हरियाणा के हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर गंभीर जासूसी के आरोप लगे हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि वह 2023 से 2025 तक दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थीं। विशेष रूप से, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था, ज्योति ने कथित रूप से भारतीय सेना की गतिविधियों और ब्लैकआउट से संबंधित संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को लीक की।
दानिश से मुलाकात और संपर्क
ज्योति ने 2023 में पाकिस्तान यात्रा के लिए वीजा प्राप्त करने के दौरान पहली बार दानिश से मुलाकात की थी। इसके बाद, वह लगातार उसके संपर्क में रहीं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दानिश ने उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट्स से मिलवाया।
व्हाट्सएप चैट और कबूलनामा
जांच के दौरान, ज्योति की व्हाट्सएप चैट्स सामने आईं, जिनमें वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी अली हसन से बात कर रही थीं। एक चैट में, उसने कहा, "मेरी शादी पाकिस्तान में करवा दो," जिससे उसके पाकिस्तान के साथ भावनात्मक संबंधों का संकेत मिलता है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
हिसार पुलिस ने ज्योति के तीन मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त किए हैं, जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि, पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सवान ने कहा कि अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है कि ज्योति ने रक्षा या रणनीतिक जानकारी तक पहुंच बनाई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों, जैसे कि ज्योति का इस्लाम धर्म अपनाना या पाकिस्तानी एजेंट से शादी करना, की पुष्टि नहीं हुई है।
ज्योति मल्होत्रा का मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से गंभीर चिंता का विषय बन गया है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और भी खुलासे होने की संभावना है।
इस मामले से यह स्पष्ट होता है कि सोशल मीडिया पर सक्रियता और विदेशी संपर्कों के माध्यम से भी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसलिए, नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना संबंधित अधिकारियों को देने की आवश्यकता है।