बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग की ओर से चलाई जा रही “मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना” भिक्षुओं को आत्मनिर्भर बना रही है।
सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ उठाकर बड़ी संख्या में भिक्षावृत्ति करने वाले अब स्वरोजगार से जुड़ कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो चुके और हो रहे हैं। इस योजना के जरिए राज्य सरकार बिहार को भिक्षावृत्ति के अभिशाप से मुक्त कर रही है।
“मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना” के तहत भिक्षुओं के जीवन को बदलने का काम तेजी से हो रहा है। बुजुर्ग और अशक्त भिक्षुओं के लिए “भिक्षुक पुनर्वास गृह” की भी व्यवस्था की गई है।
पटना गांधी मैदान में आयोजित बिहार दिवस समारोह में इस योजना की जानकारी आम लोगों को दी गई। वहीं पटना के जिला पदाधिकारी ने “मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना” के तहत काम करने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र दिया। जिन लोगों को प्रशस्ति पत्र दिया गया उनमें मनोज, हामिद, सुरेश, सनोवर खाँ, विजय मोहन, प्रमोद कुमार, रितेश, दिलीप कुमार, सुमन कुमारी, रोहित, दीपक कुमार, ममूना खातून, मधुमिता शर्मा, राखी शर्मा, जितेंद्र कुमार, आसिफ इकबाल, सुबोध कुमार सुमन, सतीश कुमार, रवि कुमार शामिल थे।
