अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर हाल ही में एक नई चर्चा शुरू हुई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि ट्रंप प्रशासन चीन को छोड़कर अन्य सभी देशों के लिए 90 दिनों की टैरिफ रोक पर विचार कर रहा है। हालांकि, व्हाइट हाउस ने इन दावों को 'फेक न्यूज' करार देते हुए स्पष्ट किया कि ऐसी कोई योजना नहीं है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने बताया कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स ने नेशनल इकनॉमिक काउंसिल डायरेक्टर केविन हेसेट के फॉक्स न्यूज इंटरव्यू को गलत तरीके से प्रस्तुत किया। हेसेट ने केवल इतना कहा था कि राष्ट्रपति जो फैसला करेंगे, वही होगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद भी ट्रुथ सोशल पर अपनी टैरिफ नीति का बचाव करते हुए कहा कि यह अमेरिका को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
इससे पहले, ट्रंप ने चीन पर 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी थी, यदि बीजिंग ने अपने 34% जवाबी टैरिफ को वापस नहीं लिया। इस व्यापार युद्ध ने वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मचा दी है। व्हाइट हाउस का कहना है कि ट्रंप की नीति अमेरिकी हितों की रक्षा के लिए है, न कि पीछे हटने के लिए।
यह घटनाक्रम दर्शाता है कि टैरिफ जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अफवाहें कितनी तेजी से फैल सकती हैं और बाजार को प्रभावित कर सकती हैं। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप 9 अप्रैल से टैरिफ लागू करेंगे या इसमें कोई नया मोड़ आएगा।
