अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में Apple के CEO टिम कुक से आग्रह किया है कि कंपनी भारत और चीन में अपने उत्पादन को सीमित करे और अमेरिका में iPhone निर्माण को बढ़ावा दे। इस मांग के पीछे ट्रंप का "मेक इन USA" अभियान है, जो अमेरिकी विनिर्माण को पुनर्जीवित करने का प्रयास करता है।
हालांकि, उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि iPhone का उत्पादन अमेरिका में स्थानांतरित करने से इसकी कीमतों में भारी वृद्धि हो सकती है। वर्तमान में, एक iPhone की कीमत लगभग $1,000 (₹85,000) है। लेकिन अगर इसका निर्माण अमेरिका में किया जाए, तो इसकी कीमत $3,000 (₹2.5 लाख) तक पहुंच सकती है।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका में उच्च श्रम लागत, महंगे कच्चे माल और जटिल आपूर्ति श्रृंखला के कारण उत्पादन लागत में यह वृद्धि होगी। इसके अलावा, अमेरिका में आवश्यक विनिर्माण अवसंरचना की कमी भी एक बड़ी चुनौती है।
Apple वर्तमान में अपने अधिकांश iPhone का उत्पादन चीन और भारत में करता है। भारत में, कंपनी ने हाल ही में अपने उत्पादन को बढ़ाया है, और 2026 तक अमेरिका में बिकने वाले सभी iPhone भारत में बनाने की योजना है।
ट्रंप की मांग के बावजूद, Apple के लिए अमेरिका में iPhone का उत्पादन आर्थिक रूप से व्यवहार्य नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कंपनी अमेरिका में उत्पादन करती है, तो उसे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त लागत का बोझ डालना पड़ेगा, जिससे बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
इस प्रकार, ट्रंप की "मेक इन USA" नीति और Apple की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला रणनीति के बीच टकराव स्पष्ट है। जब तक अमेरिका में विनिर्माण लागत प्रतिस्पर्धी नहीं होती, तब तक Apple के लिए अपने उत्पादन को अमेरिका में स्थानांतरित करना एक चुनौतीपूर्ण निर्णय बना रहेगा।

