पाकिस्तान ने जब डोनाल्ड ट्रंप को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया, तो लगता है रावलपिंडी की कॉमेडी यूनिवर्सिटी में नया सेशन शुरू हो गया है। जिस शख्स के कार्यकाल में दुनिया में सबसे ज़्यादा खिंचाव और ट्वीट युद्ध हुए, उसे अब शांति का प्रतीक बताया जा रहा है – और वो भी पाकिस्तान की तरफ़ से! वजह बताई जा रही है कि ट्रंप ने भारत-पाक संघर्ष को टालने में भूमिका निभाई। भारत ने साफ़ कहा है कि डीजीएमओ स्तर की बातचीत से हालात संभाले गए, ट्रंप तो उस वक्त शायद गोल्फ खेल रहे थे। लेकिन पाकिस्तान ने व्हाइट हाउस लंच के बदले में नोबेल नामांकन की थाली परोस दी।
अब ट्रंप खुद कह रहे हैं – "मुझे अब तक चार-पांच नोबेल मिल जाने चाहिए थे!"
लगता है नोबेल समिति को अब सच्चे हास्य के लिए भी कैटेगरी जोड़नी पड़ेगी – ‘Peace through PR and Post-truth Diplomacy’।

