हैदारबाद आधारित अंतरिक्ष स्टार्ट अप स्काईरूट ने अपने प्रक्षेपणयान विक्रम-1 के तीसरे चरण (कलाम-100) का सफल स्टैटिक परीक्षण किया। यह परीक्षण नागपुर स्थित सोलर ग्रुप के टेस्टबेड पर 102 सेकंड के लिए किया गया।
कंपनी ने कहा है कि यह परीक्षण तमाम मानदंडों पर खरा उतरा है। कंपनी ने इसरो के संस्थापक विक्रम साराभाई के नाम पर प्रक्षेपणयान को विक्रम-1 नाम दिया है, जबकि तीसरे चरण का नामकरण पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर कलाम-100 किया है।
रॉकेट अभी विकास के चरण में है। विकसित होने के बाद यह रॉकेट पृथ्वी की निचली कक्षा में, उपग्रहों को स्थापित करने में सक्षम होगा। कंपनी ने कहा है कि जिस सोलर ग्रुप के टेस्ट बेड पर यह परीक्षण हुआ है, उसकी कंपनी में अल्प हिस्सेदारी है।
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