लखीसराय जिले के विकास में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया है। जिले को दो नई सड़क परियोजनाओं की सौगात मिली है, जिनके लिए पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन के निर्देश पर केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि (सीआरआईएफ) के तहत कुल 44 करोड़ रुपये से अधिक की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इन योजनाओं के तहत हलसी से मांझवे और विद्यापीठ चौक से मोहनपुर तक की सड़कों का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जाएगा।
पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि इन परियोजनाओं से न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों की कनेक्टिविटी भी सुदृढ़ होगी। इससे क्षेत्र में सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक गतिविधियों को गति मिलेगी।
पहली योजना: हलसी से मांझवे तक 10.35 किमी लंबी सड़क
इस योजना के अंतर्गत हलसी से मांझवे तक 10.35 किलोमीटर लंबी सड़क का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण किया जाएगा, जिस पर 25.96 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह सड़क हलसी, मोहद्दीनगर, सेठना, बेहरांवा, गेरुआपुर संडा, शिवसोना, धीरा, बरदोखर, राता जैसे दर्जनों गांवों को जोड़ने का कार्य करेगी।
इसके अतिरिक्त, यह मार्ग जमुई जिले की सीमा तक पहुंच को सुगम बनाएगा। खास बात यह है कि इसी मार्ग पर स्थित शिवसोना के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, लखीसराय के छात्र-छात्राओं को आवागमन में काफी सहूलियत मिलेगी।
दूसरी योजना: विद्यापीठ चौक से मोहनपुर तक 5.15 किमी सड़क
दूसरी स्वीकृत योजना के अंतर्गत विद्यापीठ चौक से मोहनपुर तक की 5.15 किलोमीटर लंबी सड़क का विकास किया जाएगा, जिस पर 18.16 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह मार्ग रेहुआ, किशनपुर, मोहनपुर, रामचन्द्रपुर, पिपरिया, फुलवरिया, सुरजीचक, रहाटपुर जैसे गांवों को जोड़ेगा।
यह क्षेत्र शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि मार्ग में बालिका विद्यापीठ समेत कई विद्यालय स्थित हैं। खासकर बरसात व बाढ़ के समय जब रास्ते जलभराव से बाधित हो जाते हैं, तब यह मजबूत सड़क छात्रों व स्थानीय लोगों के लिए जीवन रेखा साबित होगी।
विकास के द्वार खोलेंगी ये सड़कें
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इन दोनों योजनाओं को लखीसराय के लिए विकास की दिशा में मील का पत्थर बताया। उन्होंने संबंधित विभाग को निर्देश दिया है कि शीघ्र निविदा प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य की शुरुआत की जाए। साथ ही, कार्य को समयसीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मंत्री ने भरोसा जताया कि इन सड़कों के बनने से आमजन को सीधा लाभ मिलेगा। क्षेत्रीय कनेक्टिविटी मजबूत होने से कृषि, शिक्षा, व्यापार और आपात सेवाओं तक पहुंच भी पहले की तुलना में बेहतर होगी।
इन दोनों योजनाओं को मंजूरी मिलने से यह साफ है कि सरकार ग्रामीण विकास एवं बुनियादी ढांचे के विस्तार को लेकर गंभीर है। लखीसराय जैसे जिले में जहां आज भी कई ग्रामीण इलाके सड़क संपर्क से वंचित हैं, वहां इन योजनाओं से विकास की नई राहें खुलेंगी।
अब उम्मीद की जा रही है कि निर्माण कार्य समय पर शुरू होकर निर्धारित अवधि में पूरा होगा और लखीसराय की तस्वीर बदलने में सहायक सिद्ध होगा।