1 अप्रैल 2025 से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो रहा है, और इसके साथ ही हमारे वित्तीय जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं। इन परिवर्तनों का सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा। तो, चलिए जानते हैं वे प्रमुख बदलाव जो आपके लिए जानना जरूरी है:
1. यूपीआई भुगतान में बदलाव
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने निर्देश दिया है कि बैंक और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर (PSP) अपने डेटाबेस को नियमित रूप से अपडेट करें। इसका मतलब है कि यदि आपका मोबाइल नंबर बंद हो गया है या आपने लंबे समय से यूपीआई का उपयोग नहीं किया है, तो आपकी यूपीआई आईडी निष्क्रिय हो सकती है। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर सक्रिय है और यूपीआई से जुड़ा हुआ है
2. आयकर नियमों में बदलाव
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट 2025 के अनुसार, नए कर ढांचे में 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई आयकर नहीं लगेगा। इसके अलावा, वेतनभोगी कर्मचारियों को 75,000 रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा, जिससे 12.75 लाख रुपये तक की आय कर-मुक्त होगी।
3. क्रेडिट कार्ड रिवार्ड पॉइंट्स में बदलाव
एसबीआई और एक्सिस बैंक अपने कुछ क्रेडिट कार्डों के रिवार्ड पॉइंट सिस्टम में बदलाव कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, एसबीआई के SimplyCLICK और एयर इंडिया एसबीआई प्लेटिनम क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड पॉइंट्स की संरचना में परिवर्तन होगा। इसके अलावा, विस्तारा और एयर इंडिया के विलय के कारण, एक्सिस बैंक अपने विस्तारा क्रेडिट कार्ड के लाभों को संशोधित करेगा।
4. जीएसटी नियमों में परिवर्तन
जीएसटी पोर्टल पर मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) अनिवार्य किया जा रहा है, जिससे सुरक्षा में वृद्धि होगी। साथ ही, अब केवल उन्हीं दस्तावेजों पर ई-वे बिल जनरेट किया जा सकेगा, जो 180 दिन से अधिक पुराने नहीं हैं।
5. न्यूनतम बैलेंस की सीमा में वृद्धि
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और केनरा बैंक जैसे प्रमुख बैंक अपने बचत खातों में न्यूनतम बैलेंस की सीमा बढ़ा रहे हैं। यदि आपके खाते में न्यूनतम आवश्यक बैलेंस से कम राशि होगी, तो आपको पेनाल्टी का सामना करना पड़ सकता है।
इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए, यह सुनिश्चित करें कि आप अपने वित्तीय प्रबंधन में आवश्यक समायोजन करें ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके।
