उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अपने भविष्य की राजनीतिक आकांक्षाओं पर विराम लगाते हुए स्पष्ट किया कि राजनीति उनके लिए पूर्णकालिक नौकरी नहीं है, बल्कि एक योगी के रूप में देश की सेवा करना उनका प्राथमिक धर्म है। उनसे जब प्रधानमंत्री पद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने विनम्रतापूर्वक कहा कि उनकी प्राथमिकता एक नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करना है।
एक साक्षात्कार के दौरान, योगी आदित्यनाथ ने कहा, "राजनीति मेरे लिए पूर्णकालिक नौकरी नहीं है। मैं एक योगी हूँ, और मेरा धर्म देश की सेवा करना है। जब देश सुरक्षित है, तो मेरा धर्म भी सुरक्षित है।" उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी भी पद के लिए महत्वाकांक्षी नहीं हैं, बल्कि वे केवल अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विश्वास रखते हैं।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान को उनके समर्थकों और राजनीतिक विश्लेषकों ने अलग-अलग तरीकों से देखा है। कुछ लोगों का मानना है कि यह बयान उनकी विनम्रता और निस्वार्थ सेवा की भावना को दर्शाता है, जबकि अन्य इसे उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा मानते हैं।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के विकास और सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य को एक समृद्ध और सुरक्षित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि वे समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान ने उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि उनका ध्यान वर्तमान में उत्तर प्रदेश के विकास और देश की सेवा पर केंद्रित है।
