दुनियां की सबसे बड़ी एयर क्राफ्ट निर्माता कंपनी एयरबस ने अपने नई सिंग्नल आइल (एकल पैसेंजर गलियारा) कमर्शियल जेट का डिजाइन पेश किया है, जो अगले दशक के उत्तरार्ध में उड़ान भरेगा।
इस अत्याधुनिक विमान की खासियत है इसके फोल्डेवल पंख जिसे 'विंग्स ऑफ टुमारो' प्रोग्राम के तहत तैयार किया जा का रहा है। यह डिजाइन पक्षी आल्बाट्रॉस से प्रेरित है, जो लंबी उड़ानों और पंखों के जबरदस्त फैलाव के लिए जाना जाता है। एयरबस का कहना है कि नए पख उड़ान के दौरान ज्यादा लंबाई में फैल सकेंगे, जिससे लिफ्ट बढ़ेगी और ड्रेंग घटेगा, विमान ज्यादा कुशलता से उड़ सकेगा।
टैक्सीवे पर मुडेगा, उसके पंख अपने अप मुड़ जाएंगे ताकि वह आसानी से टर्मिनल गेट तक पहुंच सके।
टेकऑफ से पहले वे फिर से फ़ैल जाएंगे और लॉक हो जाएंगे। इस तकनीक से नया विमान ए320 नियो फैमली के विमानों के मुकाबले 20- 30% अधिक ईंधन दक्ष होगा ब और उन्नत ऑटोमेशन के साथ आएगा।
यह नई तकनीक न सिर्फ विमानन उद्योग के भविष्य की डालक दिखा रही है, बल्कि हवाई यात्रा को ज्यादा स्मार्ट, हल्का और पर्यावरण अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम भी साबित हो सकती है। बोइंग भी
अपने 777एक्स वाइड -बाँडी विमान में फोल्डिग विंगटिप्स का परीक्षण कर रहा है ताकि एयरपोर्ट गेट से अनुकूलता बनी रहे। हालांकि, कई सालों की देरी के बात भी, विमान अभी फ्लाइट टेस्टिंग में ही है।
एयरबस नए कॉम्पोजिट मटीरियल पर भी रिसर्च कर रही है, जो विमान को हल्का और मजबूत बनायेगा। इससे ईंधन की खपत और कार्बन उत्सर्जन दोनों में कटौती होगी। एयरबस हाइड्रोजन पावर्ड एयरक्राफ्ट और ओपन फैन इंजन पर भी काम कर रहा है। लेकिन कंपनी के मुताबिक यह तकनीक अगली पीढ़ी के सिंगल-आइल (एकल पैसेंजर गलियारा) विमान में इस्तेमाल के लिए अभी तैयार नहीं है।
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