बिहार के समस्तीपुर और दरभंगा जिलों को बाढ़ और सूखे की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए राज्य सरकार ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना शुरू की है, जिसका नाम है बागमती-शांतिधार-बूढ़ी गंडक लिंक योजना। यह योजना किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होने वाली है।
क्या है यह योजना?
इस योजना के तहत बागमती नदी के अधिशेष (अधिक) पानी को एक पुराने प्राकृतिक जलमार्ग “शांतिधार” के जरिए बूढ़ी गंडक नदी तक पहुंचाया जाएगा। इससे बाढ़ के समय अतिरिक्त पानी को निकाला जा सकेगा और सूखे के समय खेतों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा।
किन इलाकों को होगा फायदा?
समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर, वारिसनगर, खानपुर, शिवाजीनगर, रोसड़ा और सिंघिया प्रखंड और दरभंगा जिले के हायाघाट व बहेड़ी प्रखंडों के किसानों को इस योजना से लाभ मिलेगा। कुल मिलाकर लगभग 39,350 हेक्टेयर जमीन को सिंचाई की सुविधा मिलेगी और 4.20 लाख लोग इससे लाभान्वित होंगे।
योजना की प्रगति
इस समय तक योजना का 62% काम पूरा हो चुका है और बाकी कार्य तेजी से किया जा रहा है।
क्या-क्या होंगे फायदे?
बाढ़ से बचाव – मानसून में बागमती का अधिशेष पानी अब बहकर सुरक्षित रूप से बूढ़ी गंडक में जाएगा।
सूखे से राहत – गर्मियों में खेतों को आसानी से पानी मिलेगा।
खेती में बढ़ोतरी – किसान अब साल में दो या तीन फसलें ले पाएंगे।
भूजल स्तर में सुधार – पानी का स्तर बेहतर होगा और कुएं-पंपसेट सूखेंगे नहीं।
गांवों में रोजगार – सिंचाई बढ़ने से खेती और उससे जुड़े कामों में रोज़गार बढ़ेगा।
बागमती-शांतिधार-बूढ़ी गंडक लिंक योजना बिहार के किसानों के लिए वरदान साबित होगी। यह योजना बाढ़ और सूखे दोनों से निपटने में मदद करेगी और इलाके में खुशहाली लाएगी। सरकार की यह कोशिश हर किसान तक पानी पहुंचाने और खेतों को हरा-भरा बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।