भारत सरकार ने चीनी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता BYD के भारत में विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस संबंध में कहा, "हमें इस बात से आश्वस्त होना होगा कि वे हमारे नियमों का पालन करेंगे।"
भारत में BYD की स्थिति:
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BYD ने भारत में कई वर्षों से इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री की है, लेकिन अभी तक यहाँ विनिर्माण संयंत्र स्थापित नहीं किया है।
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कंपनी ने 2024 में भारत में 3,500 वाहन बेचे, जो उसकी वैश्विक बिक्री का एक छोटा हिस्सा है।
सरकार के निर्णय के पीछे कारण:
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राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक हितों को ध्यान में रखते हुए, सरकार चीनी निवेशकों के प्रति सतर्क है।
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BYD के पिछले $1 बिलियन के निवेश प्रस्ताव को भी सुरक्षा चिंताओं के कारण अस्वीकार किया गया था।
भारत की निवेश नीति:
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Press Note 3 के तहत, भारत अपने भूमि सीमा साझा करने वाले देशों से आने वाले सभी निवेशों के लिए सरकारी मंजूरी अनिवार्य करता है, जिससे निवेशकों की पृष्ठभूमि की जांच की जा सके।
Tesla के प्रति भारत का रुख:
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BYD को रोकते हुए, भारत सरकार अमेरिकी वाहन निर्माता Tesla को आकर्षित करने के प्रयास में है, जिससे देश में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को बढ़ावा मिले।
भारत सरकार का यह निर्णय BYD के लिए झटका है, लेकिन यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक हितों की रक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। BYD को अब भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए सरकार के नियमों और शर्तों का पालन करना होगा।
