बिहार की राजनीति में हाल ही में एक बड़ा भूचाल आया है, जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। इस फैसले के बाद, पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने तेज प्रताप के समर्थन में सामने आकर लालू परिवार से सच्चाई स्वीकार करने की अपील की है।
पप्पू यादव का बयान
पूर्णिया में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि तेज प्रताप ने ईमानदारी से अपने प्रेम संबंध को स्वीकार किया है और इसे छिपाया नहीं। उन्होंने कहा, "तेज प्रताप ने 12 साल से अनुष्का यादव से प्रेम करने की बात को सार्वजनिक किया है, जो कि एक साहसिक कदम है। उनके माता-पिता को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए।"
लालू यादव के फैसले पर सवाल
पप्पू यादव ने लालू यादव के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते यह निर्णय लिया गया हो सकता है। उन्होंने कहा, "ऐसे नेता लगभग सभी पार्टियों में हैं, जिन पर कई तरह के आरोप हैं, लेकिन उन्हें पार्टी से नहीं निकाला गया। तेज प्रताप ने अपने प्रेम को शादी में बदल दिया है, जो कि एक सकारात्मक कदम है। हर चीज में राजनीति नहीं होनी चाहिए।"
पारिवारिक विवाद और समर्थन
तेज प्रताप यादव के निष्कासन के बाद, उनके भाई तेजस्वी यादव और बहन रोहिणी आचार्य ने भी लालू यादव के फैसले का समर्थन किया है। तेजस्वी ने कहा कि वह इस प्रकार की हरकतें पसंद नहीं करते और इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। वहीं, रोहिणी आचार्य ने कहा कि जो लोग सीमाएं लांघते हैं, वे खुद आलोचना के पात्र बनते हैं।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि लालू परिवार के भीतर अब तेज प्रताप को लेकर गहरी नाराजगी व्याप्त है और परिवार का समर्थन अब उनके खिलाफ होता दिखाई दे रहा है।
बिहार की राजनीति में यह घटनाक्रम आने वाले समय में क्या मोड़ लेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।