बांग्लादेश में एक बार फिर राजनीतिक तूफान उठता दिख रहा है। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इस्तीफे की धमकी दी है, जिससे देश में तख्तापलट की आशंका और गहरा गई है। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने यूनुस सरकार को अवैध करार दिया है, और ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शनों की संभावना जताई जा रही है ।
पृष्ठभूमि: शेख हसीना का पतन और यूनुस का उदय
5 अगस्त 2024 को, शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हुआ, और मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया। हालांकि, नौ महीने बीत जाने के बाद भी चुनाव नहीं कराए गए हैं, जिससे जनता और सेना दोनों में असंतोष बढ़ रहा है ।
सेना और सरकार के बीच टकराव
सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने यूनुस सरकार को अवैध घोषित करते हुए दिसंबर 2025 तक चुनाव कराने की मांग की है। यूनुस ने चुनावों को 2026 तक टालने का संकेत दिया है, जिससे सेना और सरकार के बीच तनाव और बढ़ गया है ।
जनता का आक्रोश और संभावित तख्तापलट
ढाका में विरोध-प्रदर्शनों की आशंका जताई जा रही है, और देश में एक बार फिर तख्तापलट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। बांग्लादेश में पहले भी दो दर्जन से अधिक तख्तापलट हो चुके हैं, और वर्तमान स्थिति उस दिशा में इशारा कर रही है ।
