पाकिस्तान के पूर्व एयर मार्शल मसूद अख्तर ने एक चौंकाने वाले बयान में स्वीकार किया है कि भारत द्वारा 9-10 मई को चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान का एक महत्वपूर्ण एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AEWACS) विमान नष्ट हो गया। यह विमान इस्लामाबाद के पास स्थित भोलारी एयरबेस पर तैनात था और भारतीय मिसाइलों की बौछार का शिकार हुआ।
इस हमले के बाद उपग्रह चित्रों में भोलारी एयरबेस पर हुए नुकसान की पुष्टि हुई है। पूर्व एयर मार्शल अख्तर ने एक वीडियो साक्षात्कार में कहा, "मिसाइलें लगातार आ रही थीं, और हम उन्हें रोक नहीं पाए।"
इस घटना ने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली की कमजोरियों को उजागर किया है, खासकर जब देश चीनी निर्मित सैन्य उपकरणों पर अधिक निर्भर हो रहा है। पाकिस्तानी नौसेना भी दोषपूर्ण चीनी फ्रिगेट्स के कारण समस्याओं का सामना कर रही है, जिससे अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों में चीनी रक्षा निर्यात की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।
पूर्व एयर मार्शल का यह स्वीकारोक्ति पाकिस्तान की पारंपरिक नीति से एक बड़ा बदलाव है, जो आमतौर पर भारतीय सैन्य कार्रवाइयों से इनकार करता रहा है। अब देखना यह होगा कि पाकिस्तान इस स्वीकारोक्ति के बाद अपनी रक्षा नीतियों में क्या बदलाव करता है और भारत इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है।
इस घटना ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों देशों को संवाद और कूटनीति का रास्ता अपनाना होगा, ताकि भविष्य में ऐसे टकराव से बचा जा सके।
