पटना के महावीर वात्सल्य अस्पताल में खुलेगा - “मदर मिल्क बैंक”

Jitendra Kumar Sinha
0




राजधानी पटना के महावीर वात्सल्य अस्पताल में अब एक महत्वपूर्ण और मानवता से जुड़ी पहल की शुरुआत होने जा रहा है। यहां जल्द ही राज्य का पहला मदर मिल्क बैंक (माँ का दूध संग्रहण केंद्र) स्थापित किया जाएगा। इस पहल से नवजात शिशुओं को मां के दूध से वंचित नहीं रहना पड़ेगा, खासकर उन बच्चों को जिनकी माताएं किसी कारणवश दूध पिलाने में असमर्थ होती हैं।

विशेषज्ञों का मानें तो शिशु के जन्म के तुरंत बाद मां का दूध अमृत समान होता है। यह शिशु के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, उसे संक्रमण से बचाता है और उसके संपूर्ण विकास में मदद करता है। परंतु कई बार माताएं प्रसव के बाद अस्वस्थ हो जाती है या किसी अन्य चिकित्सकीय कारण से शिशु को स्तनपान नहीं करवा पाती हैं। ऐसे में मदर मिल्क बैंक एक जीवन रक्षक विकल्प बनकर सामने आता है।

सायन कुणाल, जो कि महावीर स्थान न्यास समिति और बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के सदस्य हैं, ने डॉक्टर्स डे के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि बिहार में अब तक किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में मदर मिल्क बैंक की सुविधा उपलब्ध नहीं है, लेकिन अब यह कमी पूरा होने जा रहा है।

सायन कुणाल ने अपने संबोधन में कहा कि, “मदर मिल्क बैंक आज की आवश्यकता बन गई है। महानगरों में पहले से यह व्यवस्था है, और अब बिहार भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इससे उन नवजातों को माँ का दूध उपलब्ध हो पाएगा, जिनकी माताएं दूध पिलाने में असमर्थ हैं।”

उक्त अवसर पर महावीर वात्सल्य अस्पताल में डॉक्टर्स डे बड़े ही सम्मानपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम में संस्थान के 51 चिकित्सकों को स्टेथोस्कोप और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन में रोटरी क्लब ऑफ पाटलिपुत्र ने प्रमुख भूमिका निभाई।

अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने उक्त अवसर पर कहा कि, “चिकित्सकों को डॉक्टर्स डे के अवसर पर यह संकल्प लेना चाहिए कि वे समर्पण भाव से मरीजों की सेवा करेंगे। खुशी की बात यह है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानकों पर बिहार की स्थिति अब पहले से कहीं बेहतर हुई है।”

महावीर वात्सल्य अस्पताल में स्थापित होने वाला मदर मिल्क बैंक बिहार में नवजात स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। यह पहल न केवल चिकित्सा क्षेत्र की संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि मातृत्व और नवजात जीवन रक्षा की दिशा में एक मानवीय प्रयास भी है। 



एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top