इंडोनेशिया का बाली द्वीप अपने सुरम्य समुद्रतटों, सांस्कृतिक धरोहरों और आध्यात्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इन दिनों यहां का एक अनोखा झरना दुनियाभर में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस झरने का नाम है बेजी ग्रिया वॉटरफॉल, जिसे सोशल मीडिया पर लोग 'स्नेक वाटरफॉल' यानी 'सांपों वाला झरना' कहकर वायरल कर रहे हैं।
बेजी ग्रिया झरने की सबसे खास बात है इसके किनारों पर उकेरी गई विशालकाय शिलाएं, जो देखने में हूबहू रेंगते हुए सांपों जैसी प्रतीत होती हैं। ये आकृतियाँ इतनी जीवंत लगती हैं कि पहली नजर में लोग इन्हें किसी प्राचीन सांप के जीवाश्म या पौराणिक नाग की आकृति समझ लेते हैं। इन शिलाओं पर फैली हरी काई और नमी का असर इन्हें और भी रहस्यमयी और पुरातन बनाता है।
यह सांप जैसी आकृतियां प्राकृतिक नहीं है, बल्कि मानव निर्मित मूर्तियां हैं। इन्हें स्थानीय कारीगरों और कलाकारों ने अपने पारंपरिक कौशल और धार्मिक आस्थाओं के आधार पर चट्टानों पर उकेरा है। माना जाता है कि इन मूर्तियों को बाली की परंपरागत नाग-पूजा संस्कृति से प्रेरणा मिली है। यहां नागों को जल, उपजाऊ भूमि और आध्यात्मिक सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है।
बेजी ग्रिया वॉटरफॉल केवल एक दर्शनीय स्थल ही नहीं, बल्कि एक धार्मिक और ध्यानस्थल भी है। झरने के समीप एक छोटा सा मंदिर है, जहां स्थानीय लोग ध्यान करते हैं और नदी में पवित्र स्नान के लिए आते हैं। यहां आने वाले पर्यटक न केवल इस अद्भुत कलाकृति का अनुभव करते हैं, बल्कि आत्मिक शांति के लिए भी कुछ समय व्यतीत करते हैं।
हाल ही में इस स्नेक वाटरफॉल की तस्वीरें और वीडियो इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर खूब वायरल हो रही हैं। लोग इस अनोखी जगह को "धरती का नागलोक" कहकर भी संबोधित कर रहे हैं। इसकी लोकप्रियता के चलते अब यह बाली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल हो चुका है।
