बिहार की राजनीति में एक बार फिर बयानबाज़ी ने तूल पकड़ लिया है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान पर तीखा हमला बोला है। मांझी ने चिराग को "कम समझ वाला नेता" कहकर संबोधित किया और एनडीए की हालिया बैठक को लेकर कई सवाल उठाए।
जीतन राम मांझी ने कहा कि एनडीए की जो बैठक दिल्ली में हुई थी, उसमें न उन्हें बुलाया गया और न ही उनके पार्टी के किसी सदस्य को शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान जैसे नेताओं को बुलाना और उनके साथ बैठक करना यह दर्शाता है कि कुछ लोगों को ज़मीनी राजनीति की समझ नहीं है।
मांझी ने चिराग पर तंज कसते हुए कहा, "वह नेता हैं, लेकिन उन्हें बहुत कम समझ है।" उन्होंने यह भी दावा किया कि चिराग केवल टीवी और मीडिया में दिखने वाले नेता हैं, जबकि असली राजनीति धरातल पर होती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एनडीए में घटक दलों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार नहीं किया जा रहा है। मांझी के अनुसार, अगर इस तरह की राजनीति जारी रही तो आने वाले समय में गठबंधन को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। एलजेपी (रामविलास) की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एनडीए के अंदरूनी समीकरणों में दरारें दिखने लगी हैं।
गौरतलब है कि बिहार में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों के बीच गठबंधन और तालमेल को लेकर बातचीत चल रही है। ऐसे में इस तरह के बयान सियासी गर्मी को और बढ़ा रहे हैं।
