पटना में हुए चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड ने अब तूल पकड़ लिया है। मामले में न केवल हत्या की साजिश उजागर हुई है, बल्कि इसने बिहार की सियासत को भी गर्म कर दिया है। पुलिस ने हत्याकांड के मास्टरमाइंड अशोक साह को गिरफ्तार किया है, जो सरिया कारोबारी है और उसने ₹10 लाख की सुपारी देकर गोपाल खेमका की हत्या करवाई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि अशोक साह वह व्यक्ति है, जो राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू यादव के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन नायक के मकान में किरायेदार था।
इस खुलासे के बाद जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने तीखा हमला बोला है। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि जिस तरह से अशोक साह लालू यादव के सीए के मकान में रहता था और फिर उसने एक व्यवसायी की हत्या की साजिश रची, उससे यह साफ है कि इस पूरी घटना के तार राजनीतिक गलियारों तक जुड़े हो सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी की पृष्ठभूमि हमेशा से अपराध और अपराधियों को संरक्षण देने की रही है, और यह घटना उसी की एक कड़ी है।
इससे पहले इस हत्याकांड से जुड़े एक आरोपी राजा का पुलिस एनकाउंटर में मारा जाना भी विवादों में रहा। विपक्षी दलों ने इस पर सवाल उठाए थे, जबकि जदयू ने दावा किया कि विपक्ष एनकाउंटर के बहाने सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहा है। राजीव रंजन ने कहा कि अपराधियों को बचाने की कोशिश करने वाले ही अब साजिश की बात कर रहे हैं।
वहीं, आरजेडी की ओर से भी पलटवार किया गया है। पार्टी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोलते हुए इसे ‘जंगलराज पार्ट-2’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और अब व्यवसायी तक सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग भी की।
पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। SIT को जांच सौंपी गई है, जो अब इस बात की पड़ताल कर रही है कि हत्या की साजिश किस हद तक फैली थी और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है। कारोबारी प्रतिस्पर्धा के एंगल को भी खंगाला जा रहा है, साथ ही आरोपियों की राजनीतिक पहुंच और पृष्ठभूमि की भी जांच की जा रही है।
यह हत्याकांड बिहार की राजनीति और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। एक तरफ सत्ता पक्ष इसे विपक्ष की साजिश बता रहा है, तो दूसरी ओर विपक्ष इसे सरकार की विफलता करार दे रहा है। लेकिन सवाल यह है कि एक व्यवसायी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कैसे हो गई, और हत्यारे इतने बेखौफ कैसे थे? बिहार में अपराधियों का मनोबल अगर इस हद तक बढ़ा हुआ है, तो यह राज्य की आंतरिक स्थिति को लेकर चिंताजनक संकेत है।
