फरीदाबाद में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ के बाद यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर फायरिंग करने वाले शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया। इस शूटर का नाम इशांत उर्फ इशू गांधी बताया जा रहा है। पुलिस ने जानकारी दी कि मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह घटना कुछ दिन पहले सामने आई थी जब गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित एल्विश यादव के घर पर तड़के सुबह तीन नकाबपोश हमलावरों ने बाइक पर आकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। करीब दो दर्जन गोलियां चलाने के बावजूद परिवार और घर में मौजूद लोग बाल-बाल बच गए। उस समय एल्विश यादव घर पर मौजूद नहीं थे। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई और उसी के आधार पर पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू की।
हमले की जिम्मेदारी गैंगस्टर नीरज फरीदपुरिया और हिमांशु भाऊ से जुड़े गैंग ने ली थी। सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर गैंग ने दावा किया था कि एल्विश यादव अवैध सट्टेबाजी और जुए से जुड़े ऐप्स का प्रचार कर रहे हैं, जिससे कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं। गैंग ने फायरिंग को चेतावनी बताया था।
पुलिस ने इस मामले में विशेष जांच टीम गठित की और फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने आखिरकार मुख्य शूटर को पकड़ लिया। जांच एजेंसियां अब इस हमले के पीछे सक्रिय गैंग और विदेश में बैठे शूटरों के नेटवर्क का पता लगाने में जुट गई हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपराधियों को पकड़ने के लिए इंटरपोल की मदद ली जाएगी।
एल्विश यादव ने सोशल मीडिया पर कहा कि उनके परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित हैं और उन्होंने पुलिस को तेजी से कार्रवाई करने के लिए धन्यवाद दिया। हालांकि इस हमले के बाद उनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
यह मामला न सिर्फ एक यूट्यूबर पर हमला है बल्कि हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय गैंगस्टरों के बढ़ते नेटवर्क और उनकी धमक का भी बड़ा सबूत बन गया है। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि पुलिस आगे इस नेटवर्क को किस हद तक तोड़ पाती है।
