मालदीव का सितारों सा चमकता समुद्र - 'सी ऑफ स्टार्स'

Jitendra Kumar Sinha
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दुनिया में कुछ जगहें ऐसी होती हैं जहां प्रकृति अपने सबसे रहस्यमयी और खूबसूरत रूप में नजर आती है। ऐसी ही एक जगह है मालदीव, जहां समुद्र की लहरें रात के अंधेरे में नीली रोशनी से जगमगाने लगती हैं। इस अद्भुत नजारे को ‘सी ऑफ स्टार्स’ यानि ‘सितारों का समुद्र’ कहा जाता है। यह नजारा मानो समुद्र में सितारे उतर आए हों और हर लहर किसी चमकती चादर की तरह लहराती हो।

‘सी ऑफ स्टार्स’ एक प्राकृतिक बायोल्युमिनेसेंट घटना है। यह तब होती है जब समुद्री पानी में मौजूद सूक्ष्म जीव जिन्हें डिनोफ्लैगलेट्स (Dinoflagellates) कहा जाता है, रात में हलचल या संपर्क में आने पर नीली रोशनी उत्पन्न करता हैं। जैसे ही लहरें किनारे से टकराती हैं या कोई व्यक्ति पानी में चलता है, यह रोशनी चमकने लगता है, जिससे पूरा तट और समुद्र नीली रौशनी से जगमगाने लगता है।

इस चमक के पीछे जिम्मेदार होता हैं “बायोल्युमिनेसेंट फाइटोप्लैंकटन” विशेष प्रकार के सूक्ष्म समुद्री जीव। जब इन जीवों के आसपास हलचल होती है, तो वे रासायनिक प्रक्रिया के तहत प्रकाश उत्सर्जित करता है। यह चमक आमतौर पर नीले रंग की होती है और पूरी रात समुद्र को एक अलौकिक दृश्य में बदल देती है।

मालदीव के वादू द्वीप (Vaadhoo Island) को इस बायोल्युमिनेसेंट शो के लिए सबसे प्रसिद्ध माना जाता है। यह द्वीप राजधानी माले से ज्यादा दूर नहीं है और यहां साल के कुछ विशेष महीनों में यह चमकदार नजारा देखा जा सकता है, विशेष रूप से गर्मियों और मानसून के बाद।

‘सी ऑफ स्टार्स’ आमतौर पर मई से नवंबर के बीच ज्यादा दिखाई देता है, खासकर तब जब समुद्र शांत होता है और रातें गहरी होती हैं। हालांकि यह दृश्य 100% गारंटी के साथ नहीं दिखता, लेकिन यदि सही मौसम और स्थान चुनते हैं, तो इसकी संभावना काफी बढ़ जाती है।

मालदीव का ‘सी ऑफ स्टार्स’ केवल एक वैज्ञानिक घटना नहीं है, बल्कि यह प्रकृति का एक चमत्कार है जो इंसान को उसकी छोटी सी दुनिया से बाहर निकलकर ब्रह्मांड की सुंदरता का अहसास कराता है। 



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