मिशिगन में खेत की खुदाई में निकला - “प्राचीन मैमथ”

Jitendra Kumar Sinha
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मानव सभ्यता की कहानी केवल किताबों या शिलालेखों में ही नहीं है, बल्कि धरती की गहराइयों में भी छिपी है। कभी-कभी समय की परतों को हटाने पर ऐसे रहस्य सामने आते हैं, जो लाखों साल पुरानी दुनिया की झलक दिखा देते हैं। ऐसा ही एक चमत्कारिक दृश्य वर्ष 2015 में अमेरिका के मिशिगन राज्य में सामने आया, जब एक साधारण किसान की खेत-खुदाई ने प्रागैतिहासिक काल का दरवाजा खोल दिया।

मिशिगन के लीमा टाउनशिप के किसान जेम्स ब्रिस्टल अपने खेत में नाली पाइप बिछाने का काम कर रहे थे। मशीन जब लगभग आठ फीट गहराई तक पहुँची तो अचानक किसी कठोर वस्तु से टकरा गई। जिज्ञासा बढ़ी और खुदाई गहराई तक की गई। तभी तीन फुट लंबा जीवाश्म बाहर आया, जो सामान्य गाय या अन्य पालतू पशु की हड्डियों से कहीं अधिक विशाल था। यह कोई साधारण खोज नहीं थी, बल्कि हजारों साल पहले धरती पर विचरण करने वाले एक विशालकाय प्राणी का अवशेष था।

जाँच करने पर स्पष्ट हुआ कि यह जीवाश्म किसी साधारण जानवर का नहीं है, बल्कि एक प्राचीन “मैमथ” का है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह “मैमथ” लगभग 12 से 15 हजार वर्ष पहले इस क्षेत्र में रहता था। यह वही काल था, जब आखिरी हिमयुग समाप्ति की ओर था और मानव धीरे-धीरे शिकारी-संग्रहकर्ता जीवन से कृषि की ओर बढ़ रहा था।

“मैमथ” अपने विशाल आकार और लंबे मुड़े हुए दाँतों के लिए जाने जाते थे। ये प्राणी ठंडे इलाकों में रहते थे और बर्फीली दुनिया का हिस्सा था। माना जाता है कि जलवायु परिवर्तन और मानव द्वारा अत्यधिक शिकार किए जाने के कारण येह विलुप्त हो गया।

यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के पैलियॉन्टोलॉजिस्ट्स को जब इस खोज की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत मौके पर पहुँचकर खुदाई शुरू की। आश्चर्यजनक रूप से, केवल एक दिन की सावधानीपूर्वक मेहनत में वैज्ञानिकों ने “मैमथ” की खोपड़ी, विशाल दाँत, रीढ़, पसलियाँ और अन्य हड्डियाँ बाहर निकाल लीं। यह अवशेष इतनी अच्छी स्थिति में था कि शोधकर्ताओं के लिए यह अत्यंत मूल्यवान साबित हुआ।

यह खोज केवल पुरातत्व विज्ञान के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं थी, बल्कि इसने यह भी प्रमाणित किया कि हिमयुग के दौरान उत्तरी अमेरिका का यह क्षेत्र “मैमथों” का निवास-स्थान था। इससे वैज्ञानिकों को उस समय के जलवायु, पर्यावरण और मानव-प्रकृति के संबंधों को समझने में मदद मिली। यह भी संभव है कि इस क्षेत्र में प्रारंभिक मनुष्यों ने इन “मैमथों” का शिकार किया हो और उनके मांस का उपयोग भोजन के रूप में किया हो।

किसान जेम्स ब्रिस्टल की साधारण-सी खेत खुदाई ने इतिहास के एक भूले-बिसरे अध्याय को खोल दिया। प्राचीन “मैमथ” की यह खोज याद दिलाती है कि धरती की मिट्टी अनगिनत रहस्यों को संजोए हुए है। कभी भी, कहीं भी, समय की परतें हटाकर इतिहास खुद अपने रहस्यों को उजागर कर सकता है। यह खोज विज्ञान और मानवता दोनों के लिए ज्ञान का अनमोल खजाना है।



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