इज़राइल ने पिछले 72 घंटों में गाज़ा, सीरिया, लेबनान, कतर, यमन और तुनीशिया समेत छह मुस्लिम देशों पर हमला किया है। इन हमलों में करीब 200 लोगों की मौत हुई और 1000 से ज़्यादा घायल हुए हैं। इज़राइली दावा है कि इन्हें आतंकवादी ठिकानों पर निशाना बनाने के लिए किया गया है। ट्रम्प ने इस पर नराज़गी जताई है, लेकिन इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू का कहना है कि इज़राइल ने वही किया है जो 9/11 के बाद अमेरिका ने किया था।
क़तर की राजधानी दोहा में हुए एयर हमले में हमास के वरिष्ठ नेता खलील अल-हय्या को निशाना बनाया गया था; इस हमले में उनके बेटे, कार्यालय निर्देशक, तीन गार्ड और एक सुरक्षा अधिकारी की मौत हुई। लेबनान के पूर्वी इलाक़ों में किए गए हमलों में 5 लोग मरे। सीरिया में हवाई हमले हुए लेकिन हताहतों की सूचना नहीं। गाज़ा में करीब 150 लोगों की मौत हुई और 540 घायल हुए। यमन के साना में हमला हुआ जिसमें 10 लोग मारे गए और 90 घायल हुए। तुनीशिया में एक परिवार की नाव पर ड्रोन हमला हुआ, लेकिन किसी की जान नहीं गई।
