पटना में रविवार देर रात अपराधियों ने राजद (RJD) नेता की गोली मारकर हत्या कर दी, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के रामपुर श्यामचंद निवासी राजकुमार यादव उर्फ़ आला यादव के रूप में हुई है। राजकुमार यादव पहले भी राघोपुर से चुनाव लड़ चुके थे और इस बार भी उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी तैयारी शुरू कर दी थी।
घटना राजेंद्र नगर टर्मिनल के पास हुई, जहां यादव किसी काम से गए थे। बताया जाता है कि बाइक सवार दो हमलावरों ने उनका पीछा किया और अचानक उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगते ही वे मौके पर गिर पड़े। चश्मदीदों का कहना है कि बदमाशों ने करीब छह राउंड गोलियां दागीं और फिर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
गंभीर रूप से घायल हालत में स्थानीय लोग और समर्थक उन्हें नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या की खबर फैलते ही राघोपुर और आसपास के इलाके में राजनीतिक हलचल तेज हो गई। बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और ग्रामीण अस्पताल व थाने के बाहर जुट गए।
पुलिस ने घटनास्थल से कई खोखे बरामद किए हैं और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। प्रारंभिक जांच में जमीन विवाद और राजनीतिक रंजिश दोनों ही कारणों की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
इस वारदात से स्थानीय राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। राजद नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि लगातार बढ़ती अपराध की घटनाएं सरकार की नाकामी को दर्शाती हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि राजकुमार यादव इलाके में सक्रिय और लोकप्रिय नेता थे, उनकी हत्या सुनियोजित साजिश का हिस्सा लगती है।
यह घटना चुनावी मौसम से पहले बिहार की सियासत में हलचल मचाने वाली साबित हो रही है। राघोपुर, जो कभी लालू प्रसाद यादव का गढ़ रहा है और वर्तमान में भी तेजस्वी यादव का क्षेत्र है, वहां इस हत्या से माहौल और भी राजनीतिक रूप से संवेदनशील हो गया है।
