कैलिफोर्निया के नैपा काउंटी में स्थित मोंटिसेलो बांध अपने अनोखे मॉर्निंग ग्लोरी स्पिलवे (Morning Glory Spillway) के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसे देखने के लिए हर साल हजारों पर्यटक आते हैं, क्योंकि यह प्रकृति और इंजीनियरिंग का ऐसा संगम प्रस्तुत करता है जो देखने में किसी रहस्यमय जलभंवर जैसा प्रतीत होता है।
मोंटिसेलो बांध लेक बेरीएसा (Lake Berryessa) के जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए 1950 के दशक में बनाया गया था। इस बांध का सबसे आकर्षक हिस्सा है “मॉर्निंग ग्लोरी स्पिलवे”, जिसे इसकी आकृति के कारण ‘डोनट स्पिलवे’ या ‘ग्लोरी होल’ भी कहा जाता है। इसका व्यास लगभग 72 फीट है और यह एक विशाल जलनिकासी नाली के रूप में कार्य करता है, जो झील के पानी के अत्यधिक बढ़ जाने पर उसे सुरक्षित रूप से नीचे की ओर निकाल देता है।
मॉर्निंग ग्लोरी स्पिलवे का डिजाइन इंजीनियरिंग के इतिहास में एक मील का पत्थर माना जाता है। यह एक वर्टिकल ओवरफ्लो स्पिलवे है, यानि जब पानी झील की अधिकतम सीमा से ऊपर उठ जाता है, तो वह स्वतः इस गोलाकार छिद्र में गिरने लगता है और एक गहरे जल-भंवर की तरह नीचे की नहर में चला जाता है। नीचे जाकर यह पानी बांध के दूसरी ओर पुटाह क्रीक (Putah Creek) में प्रवाहित हो जाता है।
स्पिलवे की गहराई लगभग 200 फीट है और यह लगभग 48,000 क्यूबिक फीट प्रति सेकंड की दर से पानी निकालने की क्षमता रखता है। इसकी भीतरी दीवारें बेहद चिकनी और मजबूत कंक्रीट से बनी हैं ताकि पानी के अत्यधिक दबाव से कोई क्षति न हो।
बांध का मुख्य उद्देश्य लेक बेरीएसा में पानी के स्तर को संतुलित रखना है। जब बारिश या बर्फ पिघलने के कारण जलस्तर अत्यधिक बढ़ जाता है, तो मॉर्निंग ग्लोरी स्पिलवे स्वतः सक्रिय हो जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान पानी बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के अत्यधिक दबाव के साथ नीचे की ओर बहने लगता है। यह प्रणाली न केवल बांध की सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि आस-पास के इलाकों को बाढ़ से भी बचाती है।
जब झील का जलस्तर स्पिलवे की सीमा तक पहुंचता है, तब इस ‘जल भंवर’ का दृश्य अद्भुत और रोमांचकारी होता है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे झील का पूरा पानी किसी विशालकाय सुरंग में समा रहा हो। इस समय बड़ी संख्या में पर्यटक और फोटोग्राफर वहां पहुंचते हैं। हालांकि सुरक्षा कारणों से स्पिलवे के पास जाना प्रतिबंधित है, फिर भी दूर से देखने पर यह एक अद्भुत प्राकृतिक दृश्य प्रतीत होता है।
मॉर्निंग ग्लोरी स्पिलवे केवल एक तकनीकी संरचना नहीं है, बल्कि आधुनिक इंजीनियरिंग और प्रकृति के बीच तालमेल का प्रतीक है। यह इस बात का जीवंत उदाहरण है कि मानव ने प्रकृति की शक्ति को नियंत्रित करते हुए किस तरह से उसे अपनी उपयोगिता के अनुरूप ढाला है। कैलिफोर्निया की यह अद्भुत रचना आज भी विश्वभर के इंजीनियरों, पर्यटकों और फोटोग्राफरों के लिए प्रेरणास्रोत बनी हुई है।
