बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ चरम पर हैं। पटना में शुक्रवार देर रात मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी पहुंचे। उनके साथ कई वरिष्ठ अधिकारी आए हैं।
आयोग की टीम पटना के होटल ताज में दो दिन की बैठक करेगी। सुबह 10 से 12 बजे राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाक़ात होगी। बाद में कमिश्नर, डीएम, एसपी सहित अन्य जिला एवं राज्यस्तरीय अधिकारियों के साथ प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी।
उच्च स्तर की बैठक में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाक़ात होगी। इसके पहले, नई दिल्ली में एक ब्रीफिंग सत्र हुआ, जिसमें 425 से अधिक अधिकारियों को केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में तैनात करने की तैयारी की गई (287 आईएएस, 58 आईपीएस और अन्य अधिकारी)।
यह दौर उस समय आया है जब मतदाता सूची जारी हुई है, जिसे तीन महीने की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया के बाद तैयार किया गया है। इस प्रक्रिया को लेकर विवाद भी है — सत्तारूढ़ NDA ने इसे समर्थन दिया है, जबकि विपक्षी INDIA ब्लॉक ने आरोप लगाया है कि इसमें नामों को मनमाने ढंग से हटाया गया है।
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि कई मतदाताओं के नाम बिना उचित कारण कटे हैं। सीपीआई (एमएल) महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी मतदाता सूची की विसंगतियों को चुनाव आयोग के सामने उठाने का ऐलान किया है।
