‘रिवेंज ड्रेस’ में फिर जीवंत हुई राजकुमारी डायना

Jitendra Kumar Sinha
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पेरिस के प्रतिष्ठित ग्रेविन वैक्स म्यूजियम में गुरुवार को एक बेहद खास और भावनात्मक क्षण देखने को मिला, जब दुनिया की सबसे प्रिय हस्तियों में से एक “राजकुमारी डायना” का नया मोम का पुतला अनावरण किया गया। यह प्रतिमा साधारण नहीं है, बल्कि उस ऐतिहासिक परिधान में सजी है जिसे दुनिया ‘रिवेंज ड्रेस’ के नाम से जानती है।

यह वही गाउन है जिसे डायना ने 1994 में एक पब्लिक इवेंट के दौरान पहना था। उसी दिन ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स ने टेलीविजन इंटरव्यू में स्वीकार किया था कि वह विवाह के दौरान वफादार नहीं रहे। जहां दुनिया इस स्वीकारोक्ति से हिल गई, वहीं उसी शाम डायना का यह बोल्ड ब्लैक गाउन पूरी दुनिया की सुर्खियों में छा गया। माना जाता है कि डायना ने उस परिधान के जरिए यह संदेश दिया था कि वह टूटेगी नहीं, बल्कि और भी ज्यादा मजबूत होकर सामने आएंगी।

ग्रेविन वैक्स म्यूजियम, जो विश्वभर की मशहूर हस्तियों की प्रतिमाओं के लिए जाना जाता है, ने डायना की यह नई मूर्ति अपने विशेष यूरोपियन हॉल में लगाई है। प्रतिमा में डायना उसी आत्मविश्वासी मुस्कान में दिखाई देती हैं, जिसने दुनिया भर को उनकी ओर आकर्षित किया था। कंधे से नीचे गिरती ड्रेस, मोती का नेकलेस और सलीके से संवरी हेयरस्टाइल, सब कुछ उस शाम की यादों को ज्यों का त्यों जीवंत कर देता है।

म्यूजियम के क्यूरेटरों ने बताया कि इस प्रतिमा को तैयार करने में महीनों की बारीक मेहनत लगी, ताकि डायना की गरिमा, तहजीब और आकर्षण को सही रूप में पेश किया जा सके। म्यूजियम में आने वाले पर्यटक इसे देखकर भावुक हो रहे हैं, क्योंकि यह प्रतिमा दुनिया की सबसे करिश्माई शख्सियतों में से एक को फिर से सामने खड़ी दिखाती है।

राजकुमारी डायना केवल ब्रिटिश शाही परिवार का हिस्सा नहीं थीं, वे मानवता, करुणा और संवेदनशीलता का प्रतीक थी। एड्स पीड़ितों के साथ काम करना, लैंडमाइन पीड़ितों के लिए आवाज उठाना, और मानव अधिकारों से जुड़े कई अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाना,ये वह वजहें थीं जिसके चलते पूरी दुनिया ने उन्हें ‘पीपुल्स प्रिंसेस’ का दर्जा दिया।

‘रिवेंज ड्रेस’ उस दौर का प्रतीक है जब व्यक्तिगत संकटों के बावजूद डायना ने खुद को आत्मविश्वास के साथ दुनिया के सामने प्रस्तुत किया। इस ड्रेस ने न सिर्फ फैशन की परिभाषा बदली, बल्कि यह महिला आत्म-सम्मान और साहस का प्रतीक बन गई।

पेरिस में लगी यह प्रतिमा सिर्फ एक कला का नमूना नहीं है, बल्कि उन यादों का सम्मान है जो डायना ने दुनिया को दी। ग्रेविन म्यूजियम का यह कदम एक बार फिर साबित करता है कि राजकुमारी डायना भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विरासत, उनकी मुस्कुराहट और उनका साहस हमेशा अमर रहेगा।

यह मोम का पुतला, ‘रिवेंज ड्रेस’ में सजी डायना की शख्सियत को फिर से दुनिया के सामने लाता है, एक ऐसी महिला, जिसने दर्द को शक्ति में बदला और अपनी गरिमा से पूरी दुनिया को प्रेरित किया।



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