डोनाल्ड ट्रम्प का दावा – पाकिस्तान, चीन और रूस कर रहे हैं गुप्त परमाणु परीक्षण

Jitendra Kumar Sinha
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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि पाकिस्तान, चीन और रूस गुप्त रूप से परमाणु परीक्षण कर रहे हैं। उनके अनुसार, ये देश अमेरिका और उसके सहयोगियों से बचने के लिए अपने परमाणु कार्यक्रमों को छिपाकर आगे बढ़ा रहे हैं। ट्रम्प ने यह भी कहा कि अमेरिका को अब और चुप नहीं रहना चाहिए और उसे भी फिर से परमाणु परीक्षण शुरू करने पर विचार करना चाहिए, ताकि ताकत के इस संतुलन में उसकी स्थिति कमजोर न पड़े। उनके इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय हलकों में खलबली मचा दी है, खासकर दक्षिण एशिया में जहां भारत, पाकिस्तान और चीन के बीच पहले से ही तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। ट्रम्प ने यह भी इशारा किया कि पाकिस्तान अमेरिका और भारत की निगरानी से बचने के लिए भूमिगत परीक्षण कर रहा है, जबकि चीन और रूस भी इसी तरह की गतिविधियाँ गुप्त रूप से कर रहे हैं।


भारत के दृष्टिकोण से यह बयान बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान और चीन दोनों ही भारत के परमाणु प्रतिद्वंदी देश हैं। यदि ट्रम्प के आरोपों में सच्चाई का अंश भी निकला, तो भारत को अपनी सुरक्षा नीति, परमाणु रणनीति और संभावित हाइड्रोजन बम (थर्मोन्यूक्लियर) परीक्षण पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है। इस बीच, अमेरिकी खुफिया एजेंसियाँ और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ ट्रम्प के दावों की जांच कर रहे हैं, क्योंकि उनके वक्तव्यों से यह संकेत मिलता है कि वैश्विक परमाणु शक्ति-संतुलन एक बार फिर अस्थिर हो सकता है। भारत के रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर पाकिस्तान या चीन गुप्त परीक्षण कर रहे हैं, तो भारत को भी अपने रणनीतिक कार्यक्रम को आधुनिक तकनीक के साथ मजबूत करना चाहिए ताकि दक्षिण एशिया में किसी भी तरह की शक्ति असमानता न बने।


ट्रम्प के इस बयान ने न केवल अमेरिका के राजनीतिक हलकों में बहस छेड़ दी है, बल्कि वैश्विक परमाणु दौड़ को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिका वाकई परीक्षण फिर से शुरू करता है, तो इससे नई ‘न्यूक्लियर रेस’ शुरू हो सकती है, जिसमें भारत जैसे देशों को भी अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। कुल मिलाकर, ट्रम्प का बयान एक ऐसे दौर में आया है जब दुनिया पहले से ही भू-राजनीतिक तनाव, हथियारों की होड़ और सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रही है — और अब यह मुद्दा परमाणु हथियारों की वापसी को लेकर नई बहस को जन्म दे रहा है।

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