छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद मुगल बादशाह औरंगजेब राहत की सांस लेता है। उधर शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी मुगल सल्तनत को चुनौती देते हुए बुरहानपुर पर हमला कर, जीत लेते हैं। ऐसा देख औरंगजेब कसम खाता है कि संभाजी को मारकर ही फिर से ताज पहनेंगे। औरंगजेब अपनी आठ लाख सेना के साथ संभाजी को मारने चल पड़ता है। औरंगजेब के रास्ते में जो भी गांव मिलता था उसे तबाह कर आगे बढ़ता जा रहा था। सांभाजी भी औरंगजेब को हराने के लिए योजना बनाते है। “छावा” फिल्म में इतिहास, वीरता और मानवीय संवेदनाओं को पर्दे पर जीवंत किया गया है। पूरी फ़िल्म लोकेशन और सिनेमेटोग्राफी अच्छी है।
विक्की कौशल ने फिल्म में छत्रपति संभाजी महाराज की जीवंत किरदार निभाना है। रश्मिका मंदाना महारानी येसूबाई और अक्षय खन्ना मुगल सम्राट औरंगज़ेब की भूमिका में खूब फवे हैं। आशुतोष राणा, नील भूपलम, डायना पेंटी ने भी अपनी किरदार के साथ न्याय किया है।
“छावा” फिल्म को मीडिया रेटिंग, सोशल मीडिया, कोईमोई और आईएमडीबी रेटिंग 4 स्टार, ऑर्मेक्स और बॉलीवुड हंगामा के साथ 3.5 स्टार मिला है।
फिल्म के लिए कमोबेश कहा जा सकता है कि फिल्म में निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने कहानी के साथ न्याय किया है और जोनर का ऐतिहासिक एक्शन काबिले तारीफ है।
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