विष्णुपद मंदिर का काशी धाम जैसी तर्ज पर होगा विकास, पीएम मोदी करेंगे गयाजी से शिलान्यास

Jitendra Kumar Sinha
0

 



बिहार के गया जिले का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व जगजाहिर है। मोक्षधाम कहलाने वाला यह स्थान देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक में श्रद्धा और आस्था का केंद्र माना जाता है। यहां स्थित प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर को अब एक बिल्कुल नए स्वरूप में विकसित करने की तैयारी है। यह योजना काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर की तर्ज पर बनाई जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ धार्मिक वातावरण का गहरा अनुभव भी मिल सके।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को गयाजी का दौरा करेंगे और संभावना है कि वे इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास करेंगे। इस परियोजना की रूपरेखा केंद्र और राज्य सरकार दोनों के स्तर पर तैयार की गई है। इसका उद्देश्य न केवल मंदिर क्षेत्र को भव्य और सुव्यवस्थित बनाना है, बल्कि गयाजी को अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में और भी मजबूत पहचान दिलाना है।


योजना के तहत विष्णुपद मंदिर के आसपास के क्षेत्र को पूरी तरह से पुनर्विकसित किया जाएगा। मंदिर तक आने-जाने वाले मार्ग चौड़े और साफ-सुथरे होंगे। पैदल चलने वालों के लिए कॉरिडोर की व्यवस्था होगी, जिसमें श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो। इसके अलावा, गयाजी के प्रसिद्ध पांच तालाबों, सीताकुंड और आसपास के अन्य धार्मिक स्थलों को विष्णुपद मंदिर से जोड़ा जाएगा। इससे श्रद्धालुओं को एक साथ सभी धार्मिक स्थलों का दर्शन और स्नान करने का अवसर मिलेगा।


योजना में आधुनिक सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है। यहां एक कल्चर सेंटर और पिलग्रिम फैसिलिटी सेंटर बनाने की योजना है, ताकि देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को ठहरने, खाने और विश्राम करने की पूरी व्यवस्था मिल सके। पार्किंग की सुविधा, स्वच्छता के लिए बेहतर सिस्टम और भीड़ प्रबंधन के लिए तकनीकी इंतजाम इस परियोजना का हिस्सा होंगे।


स्थानीय लोगों का मानना है कि इस विकास परियोजना से गयाजी का महत्व और बढ़ जाएगा। अभी तक श्रद्धालुओं को यहां आने पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है—सड़कें संकरी हैं, भीड़ में धक्का-मुक्की की नौबत आ जाती है और आधुनिक सुविधाओं का अभाव रहता है। लेकिन कॉरिडोर बनने के बाद यह स्थान काशी की तरह भव्य और सुविधाजनक हो जाएगा।


धार्मिक महत्व के साथ-साथ आर्थिक दृष्टि से भी यह परियोजना बेहद अहम है। गयाजी में हर साल पिंडदान के समय लाखों श्रद्धालु आते हैं। अगर इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक पर्यटन केंद्र बनाया जाता है, तो इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। होटल, परिवहन, हस्तशिल्प और व्यापार से जुड़े हजारों लोगों को सीधा फायदा होगा।


प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को लेकर गया और पूरे मगध क्षेत्र में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। एनडीए इसे अपने लिए बड़े मौके के रूप में देख रहा है, क्योंकि इस क्षेत्र में विपक्ष की पकड़ काफी मजबूत रही है। विष्णुपद मंदिर परियोजना का शिलान्यास यहां के मतदाताओं के बीच एक बड़ा संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है।


कुल मिलाकर, विष्णुपद मंदिर का पुनर्विकास न केवल एक धार्मिक परियोजना है बल्कि यह सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण है। इससे गयाजी को एक नई पहचान मिलेगी और यह परियोजना बिहार के लिए गर्व का विषय बनेगी।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top