पहली अप्रैल, 2025 से बदलेंगे बैंकिंग के 5 नियम

Jitendra Kumar Sinha
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वित्तीय वर्ष 2025-26 में 1ली अप्रैल, 2025 से पूरे देश में बैंकिंग से जुड़े कई नियम बदलेंगे, जिसका असर बचत खाता (सेविंग्स अकाउंट), न्यूनतम बैलेंस, एफडी की दरें, क्रेडिट कार्ड और एटीएम ट्रांजैक्शन पर पड़ेगा। 


नया नियम के अनुसार, दूसरे बैंकों के एटीएम से मुफ्त (फ्री) निकासी अब एक महीने में तीन बार कर सकते हैं, जबकि अभी तक पांच बार मुफ्त (फ्री) निकासी हो रहा था। तीन बार के बाद दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकाल पर चार्ज लगेगा।


भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक और कुछ अन्य बैंकों ने न्यूनतम राशि (मिनिमम बैलेंस) से जुड़े नियमों में बदलाव किया है। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि बैंक खाता शहरी, अर्ध-शहरी या ग्रामीण इलाके में है। तय राशि से कम बैलेंस रखने पर जुर्माना देना पड़ सकता है, जो अलग-अलग बैंकों में अलग- अलग होगा।


पॉजिटिव पे सिस्टम लेनदेन की सुरक्षा बढ़ाने के लिए बैंकों में पॉजिटिव पे सिस्टम पहले से लागू है। लेकिन  1ली अप्रैल, 2025 से इस नियम के तहत 5,000 से ज्यादा के चेक भुगतान के लिए, ग्राहक को चेक नंबर, तारीख, प्राप्तकर्ता का नाम और रकम की जानकारी पहले से बैंक को देनी होगी। इससे धोखाधड़ी और गलतियों की संभावना कम होगी।


एसबीआइ और आइडीएफसी फर्स्ट बैंक समेत कई बड़े बैंक अपने को-ब्रांडेड विस्तारा क्रेडिट कार्ड्स के फायदे बदल रहे हैं। अब इन कार्ड्स पर मिलने वाले टिकट वाउचर, रिन्यूअल पर मिलने वाले फायदे और माइलस्टोन रिवॉर्ड्स जैसे बेनिफिट्स बंद कर दिए जाएंगे। एक्सिस बैंक भी अपने क्रेडिट कार्ड्स के फायदे 18 अप्रैल से बदलने जा रहा है।


कई बैंकों ने सेविंग अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों के नियमों में बदलाव की घोषणा की है। अब खाते में जमा राशि (अमाउंट) के आधार पर ब्याज दरें तय की जाएंगी। इससे बड़ी राशि (अमाउंट) रखने वाले ग्राहकों को अधिक ब्याज मिलने की संभावना है।

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