बिहार दिवस का आयोजन पटना के गांधी मैदान में 22 से 26 मार्च तक

Jitendra Kumar Sinha
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बिहार दिवस आयोजन को लेकर राजधानी पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान पूरी तरह सजकर तैयार हो गया है। इस वर्ष बिहार दिवस का आयोजन 22 मार्च से 26 मार्च तक होगा। 


पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 10 गुणा अधिक क्षेत्रफल यानि 1 लाख 25 हजार वर्ग फीट में आयोजन होगा। इस वर्ष बिहार दिवस का विषय "उन्नत बिहार - विकसित बिहार" रखा गया है। शिक्षा विभाग इसका नोडल विभाग है। सरकारी योजनाओं की जानकारी और प्रदर्शनी के लिए विभिन्न विभागों की तरफ से स्टाल भी लगाए गए हैं।

     

 22 से 24 मार्च तक विभिन्न स्टॉलों पर छात्र-छात्राओं की तरफ से बनाए गए मॉडल, चित्रकला प्रतियोगिता में पुरस्कृत चित्रों की प्रदर्शनी तथा शिक्षकों के निर्मित शिक्षण लर्निंग सामग्री (टीएलएम) का प्रदर्शन किया जाएगा। 


स्वास्थ्य विभाग 22 और 23 मार्च को 15 मुफ्त हेल्थ स्टॉल लगाएगा। इन स्टॉलों पर शुगर टेस्ट, विशेषज्ञ परामर्श, एचपीवी वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अतिरिक्त 12 बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण काउंटर भी खोले जाएंगे। पूरे आयोजन की देखरेख सिविल सर्जन और 11 सीनियर डॉक्टरों की टीम द्वारा की जाएगी।


बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए महाबोधि मंदिर, नालंदा विश्वविद्यालय, विश्व शांति स्तूप, तख्त श्रीहरिमंदिर पटना साहिब जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों की थ्री-डी प्रतिकृतियां बनाई जाएंगी। इसका वर्चुअल माध्यम से सामान्य लोग भी आनंद ले सकेंगे। साथ ही एक पर्यटन सूचना केंद्र भी स्थापित होगा, जहां निवेश और पर्यटन नीति की जानकारी दी जाएगी।


बिहार दिवस में हथकरघा, हस्तशिल्प, चमड़ा, जूट और लाह उद्योगों से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी भी होगी। यह पहल स्थानीय कारीगरों, उद्यमियों और निवेशकों को जोड़कर बिहार के पारंपरिक उद्योगों के विकास और विस्तार को प्रोत्साहित करने का कार्य करेगी। 


राज्य सरकार की प्रमुख विकास योजनाओं, उपलब्धियों, आइकॉनिक भवनों और पर्यटक स्थलों की जानकारी प्रदान करने के लिए सूचना विभाग की ओर से विशेष स्टैंडीज लगाए जाएंगे। इसके साथ ही, लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभाग की तरफ से नुक्कड़ नाटकों का भी आयोजन किया जाएगा। समारोह में आने वालों के लिए सेल्फी प्वाइंट की भी व्यवस्था की गई है, जिसमें मरीन ड्राइव पर विशेष रूप से एक आकर्षक सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है।


कला, संस्कृति एवं युवा विभाग गांधी मैदान में एक विशेष स्टॉल लगाएगा, जहां विभाग की उपलब्धियों, कार्यप्रणाली और भविष्य की योजनाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, ललित कला भवन में दिव्यांग बच्चों के लिए पेंटिंग कार्यशाला आयोजित होगी, जिसमें पटना के विभिन्न विद्यालयों के छात्र भाग लेंगे।


श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, गांधी मैदान, रवींद्र भवन और प्रेमचंद रंगशाला में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रेमचंद रंगशाला में विशेष रूप से महिला थीम पर आधारित नाट्य उत्सव होगा, जिसमें सभी पात्र महिलाएं होंगी। इसके साथ ही, नुक्कड़ नाटकों का भी मंचन किया जाएगा।


बिहार दिवस समारोह के मद्देनजर सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पटना के गांधी मैदान में मॉर्निंग और इवनिंग वॉक पर रोक लगा दी गई है। इसके अतिरिक्त, अन्य प्रयोजनों के लिए भी 24 मार्च तक प्रतिबंध रहेगा।


बिहार के अद्भुत हस्तशिल्प, हथकरघा और अन्य परंपरागत उत्पादों की झलक भी देखने को मिलेगी। स्टॉलों में हथकरघा और वस्त्र, बुनकरी, खादी के साथ हस्तशिल्प एवं चित्रकला जैसे मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा पेंटिंग, टिकुली पेंटिंग, मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इसके साथ ही हस्तनिर्मित शिल्प जैसे सिक्की कला, पेपर कढ़ाई, पेपर माचे, टेरा कोटा, के साथ अन्य चीजें प्रदर्शित की जाएंगी। इनमें सूखे घास से बनी सुंदर और आकर्षक कलाकृतियां, सुजनी कढ़ाई जिसमें सूती कपड़ों पर बारीक हाथ की कढ़ाई से बनी पारंपरिक कलाकृति, पेपर माचे जिसके अंतर्गत हाथों से बने कागज की लुगदी से निर्मित आकर्षक कलात्मक उत्पाद के साथ ही मिट्टी से बने सजावटी और उपयोगी उत्पाद, जो बिहार की समृद्ध कुम्हार परंपरा को दर्शाते हैं, प्रदर्शित होंगी। बांस और बेंत शिल्प पर्यावरण अनुकूल और मजबूत हस्तशिल्प, जिसमें टोकरियां, फर्नीचर और सजावटी वस्तुएं शामिल हैं, इनका भी प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा हथकरघा और वस्त्र में विविंग (बुनकरी) से बिहार के पारंपरिक हथकरघा वस्त्र जैसे भागलपुरी सिल्क, तसर सिल्क, कोसा सिल्क और खूबसूरत सूती वस्त्रों का अनूठा संग्रह दर्शाया जाएगा। खादी वस्त्रों की बेहतरीन श्रृंखला का प्रदर्शन होगा।


सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में अधिकारियों की भी प्रस्तुति खास रहेगी। बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के डीजी आलोक राज का गायन 23 मार्च को श्रीकृष्ण मेमोरियाल हॉल में शाम 6 बजे से होगा। जबकि, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन विजयलक्ष्मी का भरतनाट्यम 22 मार्च को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शाम 7 बजे और आईएएस नीलम चौधरी का कथक 23 मार्च को शाम 7 बजे से आयोजित होगा।

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