पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आज एक बड़ी घटना सामने आई है। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया है, जिसमें 500 से अधिक यात्री सवार थे।
बीएलए ने दावा किया है कि उन्होंने 120 यात्रियों को बंधक बना लिया है, जिनमें पाकिस्तानी सेना, पुलिस, आतंकवाद निरोधक बल (एटीएफ) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के कर्मी शामिल हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनके खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की गई, तो वे सभी बंधकों को मार देंगे।
घटना के दौरान, बीएलए के आतंकियों ने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को रिहा कर दिया है। बीएलए की फिदायीन यूनिट, मजीद ब्रिगेड, इस मिशन का नेतृत्व कर रही है, जिसमें फतेह स्क्वाड, एसटीओएस और खुफिया शाखा जिराब शामिल हैं।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीएलए ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला किया, जिसमें ट्रेन का ड्राइवर घायल हो गया। इस हमले के बाद इलाके के सभी अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
यह घटना बलूचिस्तान में हाल के महीनों में हुई हिंसक घटनाओं की श्रृंखला में एक और कड़ी है। पिछले नवंबर में, क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी और 50 से अधिक लोग घायल हुए थे।
बलूचिस्तान, जो तेल और खनिज संसाधनों से समृद्ध है, पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है और यहां की बलूच अल्पसंख्यक समुदाय लंबे समय से केंद्र सरकार पर भेदभाव और शोषण का आरोप लगाता रहा है। बीएलए जैसे अलगाववादी समूह प्रांत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे हैं और अक्सर सुरक्षा बलों और चीनी नागरिकों को निशाना बनाते हैं, जो चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस घटना की निंदा की है और कहा है कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा कि सुरक्षा बल आतंकवाद के खतरे को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस घटना के बाद, बलूचिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और अधिकारियों ने जनता से सतर्क रहने की अपील की है।
