झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को आज पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। अमन साहू पर झारखंड और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, रंगदारी, लूटपाट और वसूली शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, अमन साहू को रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था। इस दौरान पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी धौड़ा के पास पुलिस काफिले पर बम से हमला हुआ, जिससे गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस अफरातफरी का फायदा उठाकर अमन ने एक पुलिस जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और फायरिंग की, जिसमें एक जवान घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने अमन साहू को मार गिराया।
हाल ही में 8 मार्च को हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या में अमन साहू का नाम सामने आया था। कुमार गौरव की सुबह दफ्तर जाते समय अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद से पुलिस अमन साहू की तलाश में थी।
अमन साहू का संबंध कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी था। सूत्रों के मुताबिक, वह लॉरेंस को गुर्गे सप्लाई करता था और बदले में हाईटेक हथियार प्राप्त करता था। रायपुर के तेलीबांधा इलाके में बिल्डर के कार्यालय पर 13 जुलाई को हुई फायरिंग के मामले में भी अमन के गैंग का नाम सामने आया था।
अमन साहू पहले हार्डकोर नक्सली भी रह चुका था और करीब 2013 में उसने अपना गैंग बनाया था। उसके खिलाफ अकेले झारखंड में ही सौ से ज्यादा मामले दर्ज थे।
इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है, क्योंकि अमन साहू की आपराधिक गतिविधियों से क्षेत्र में आतंक का माहौल था।