अमरीका में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का प्रशासन ने नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने के लिए इंटरनल मेमो में पाकिस्तान, रूस सहित 43 देशों के नाम तय कर चुके हैं, रिपोर्ट के मुताबिक कई देशों के नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। जिनकी सुरक्षा जांच प्रक्रिया अमरीका के मानकों पर खरी नहीं उत्तरती।
इस नो इंट्री में भारत शामिल नहीं है। यह मेमो 20 जनवरी को ट्रंप के हस्ताक्षरों से जारी एक कार्यकारी आदेश के बाद आया है, जिसमें अमरीका में प्रवेश चाहने वाले विदेशियों की सुरक्षा जांच को कड़ा करने के निर्देश दिए गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार अमरीका में संभावित यात्रा प्रतिबंध वाले देशों को 3 श्रेणियों 'रेड', 'ऑरेंज' और 'यलो' लिस्ट में बांटा गया है।
'रेड' लिस्ट में 11 देश है, जिसमें अफगानिस्तान, भूटान, क्यूबा, ईरान, लीबिया, उत्तर कोरिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया, वेनेजुएला और यमन शामिल हैं। यहां के नागरिकों का अमरीका में प्रवेश पूरी तरह रोक दिया जाएगा।
'ऑरिंज' लिस्ट में शामिल 10 देशों के नागरिकों पर आंशिक प्रतिबंध लगेगा। पर्यटक और छात्र वीजा धारकों को सख्त जांच का सामना करना पड़ेगा, इनमें बेलारूस, म्यांमार, पाकिस्तान, रूस जैसे देश शामिल हैं।
'यलो' लिस्ट में वनुआतु, अंगोला, बुर्किना फासो और जिम्बाब्वे सहित 22 देशों को 60 दिनों का समय दिया जाएगा ताकि वे अपनी सुरक्षा संबंधी कमियों को दूर करें, अन्यथा प्रतिबंध लगाएंगे।
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में (2017 में) सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों पर अस्थायी यात्रा प्रतिबंध लगाया था। संशोधित प्रतिबंधों को 2018 में अमरीकी के सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दे दी थी। बाद में राष्ट्रपति जो बाइडन ने इन प्रतिबंधों को खत्म कर दिया था।
प्रस्ताव की अंतिम सूची वाइट हाउस में प्रस्तुत होगा। अगर इसे मंजूरी मिलती है, तो यह नीति अमरीका की आव्रजन व्यवस्था में एक और बड़ा बदलाव लाएगी। हालांकि, इसे कानूनी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
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