बिहार में बैंकिंग क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। राज्य के दो प्रमुख ग्रामीण बैंक, बिहार ग्रामीण बैंक और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, का विलय किया जा रहा है, और यह नई इकाई 1 मई 2025 से 'बिहार राज्य ग्रामीण बैंक' के नाम से कार्य करना शुरू करेगी।
इस विलय का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच को बेहतर बनाना है। ग्राहकों के लिए यह बदलाव कई मायनों में लाभदायक होगा। उन्हें अब अधिक शाखाओं, एटीएम, और डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं का लाभ मिलेगा, जिससे उनके वित्तीय लेन-देन और भी सुगम और सुविधाजनक हो जाएंगे।
बैंक के अधिकारियों के अनुसार, सभी ग्राहक खाता संख्या, आईएफएससी कोड, और अन्य बैंकिंग विवरणों में आवश्यक परिवर्तन 1 मई से प्रभावी होंगे। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने नए बैंकिंग विवरणों को अपडेट करें और यदि कोई संदेह या प्रश्न हो तो अपनी नजदीकी शाखा से संपर्क करें।
इस विलय से बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी और उसे ग्रामीण क्षेत्रों में नई योजनाएं और सेवाएं शुरू करने में सहायता मिलेगी। बैंक का उद्देश्य है कि वह ग्रामीण ग्राहकों को आधुनिक बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करे और उनके आर्थिक विकास में योगदान दे।
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे बैंक की आधिकारिक वेबसाइट और स्थानीय शाखाओं से नवीनतम जानकारी प्राप्त करते रहें, ताकि वे इस बदलाव के साथ सहजता से तालमेल बिठा सकें।
