भारत की शीर्ष औषधि नियामक संस्था केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने फिक्स डोज़ कॉम्बिनेशन (FDC) वाली 35 दवाओं के उत्पादन, बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन दवाओं में दर्द निवारक, पोषण पूरक और मधुमेह-नियंत्रण संबंधी संयोजन शामिल हैं।
CDSCO के अनुसार, इन दवाओं के सेवन से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था। इसे ध्यान में रखते हुए यह अहम फैसला लिया गया है। संस्था ने देशभर के औषधि नियंत्रकों को भेजे गए पत्र में यह भी निर्देश दिया है कि FDC दवाओं को लाइसेंस देने की प्रक्रिया की सख्ती से समीक्षा की जाए और प्रचलित नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए।
प्रतिबंधित दवाओं में शामिल हैं:
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डेपाग्लिफ्लोज़िन + ग्लिमेपिराइड + मेटफॉर्मिन
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सिल्नीडिपिन + मेटोप्रोलोल सक्सीनेट
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एटोडोलैक + पैरासिटामोल + क्लोरज़ोक्साज़ोन
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ट्रिप्सिन-काइमोट्रिप्सिन + डाइक्लोफेनाक + पैरासिटामोल
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ग्लूकोसामाइन + डायसेरिन + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन
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निमेसुलाइड + सेरेटियोपेप्टिडेज़ + पैरासिटामोल
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डायसेरिन + ग्लूकोसामाइन + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन
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लेवोसेट्रीज़ीन + मोंटेलुकास्ट + एम्ब्रोक्सोल
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निमेसुलाइड + पैरासिटामोल + सेराटियोपेप्टिडेज़
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पैरासिटामोल + क्लोरजोक्साज़ोन + एसीक्लोफेनाक
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ओफ्लॉक्सासिन + ऑर्निडाजोल + रेसेकाडोट्रिल
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सेफिक्सिम + ओफ्लॉक्सासिन + लैक्टोबैसिलस
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डायसेरिन + ग्लूकोसामाइन + बोसवेलिया सेराटा
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एटोडोलैक + पैरासिटामोल + सेराटियोपेप्टिडेज़
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पैंटोप्राज़ोल + डोमपेरिडोन + लेवोसुलपीराइड
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ग्लूकोसामाइन + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन + बोसवेलिया सेराटा
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डायसेरिन + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन + बोसवेलिया सेराटा
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ट्रिप्सिन-काइमोट्रिप्सिन + डाइक्लोफेनाक + सेराटियोपेप्टिडेज़
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ग्लिमेपिराइड + मेटफॉर्मिन + वोग्लिबोस
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ट्रिप्सिन-काइमोट्रिप्सिन + डाइक्लोफेनाक + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन
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पैरासिटामोल + एसीक्लोफेनाक + क्लोरज़ोक्साज़ोन
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पैरासिटामोल + डिक्लोफेनाक + क्लोरजोक्साज़ोन
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एटोडोलैक + पैरासिटामोल + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन
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सेफिक्सिम + लैक्टोबैसिलस + ओफ्लॉक्सासिन
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पैरासिटामोल + क्लोरज़ोक्साज़ोन + निमेसुलाइड
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ड्रोटावेरिन + मेफेनामिक एसिड + पैरासिटामोल
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ग्लूकोसामाइन + डायसेरिन + बोसवेलिया सेराटा
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सेराटियोपेप्टिडेज़ + डिक्लोफेनाक + पैरासिटामोल
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डिक्लोफेनाक + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन + पैरासिटामोल
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ग्लूकोसामाइन + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन + डायसेरिन
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पैरासिटामोल + डिक्लोफेनाक + सेराटियोपेप्टिडेज़
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पैंटोप्राज़ोल + डोमपेरिडोन + सिमेथिकोन
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ट्रिप्सिन-काइमोट्रिप्सिन + डाइक्लोफेनाक + बोसवेलिया सेराटा
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निमेसुलाइड + पैरासिटामोल + मिथाइल सल्फोनिल मीथेन
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पैंटोप्राज़ोल + डोमपेरिडोन + सिमेथिकोन + सक्रिय डाइमेथिकोन
फैसले के पीछे की वजह
सूत्रों के अनुसार, FDC दवाओं में दो या अधिक औषधीय घटक निश्चित अनुपात में मिलाए जाते हैं। बीते समय में इन संयोजनों को बिना पर्याप्त सुरक्षा और प्रभावशीलता के वैज्ञानिक मूल्यांकन के ही लाइसेंस दे दिए गए थे। ऐसे में जन स्वास्थ्य के मद्देनज़र, इन पर प्रतिबंध लगाना आवश्यक समझा गया।

