विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) अब विदेश से उच्च शिक्षा हासिल कर आने वाले छात्र-छात्राओं की डिग्री को जांच करने के बाद ही मान्यता देगा। इस कार्य के लिए आयोग एक पारदर्शी व्यवस्था बनाएगी। आयोग ने नया निर्देश जारी कर दिया हैं।
यूजीसी (विदेशी शैक्षणिक संस्थानों से प्राप्त योग्यताओं को मान्यता और समतुल्यता) विनियम, 2025 के तहत जारी निर्देशों के अनुसार यूजीसी की विशेषज्ञ समिति विदेश से ग्रेजुएट (यूजी), पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) आदि की पढ़ाई करके आने वाले छात्रों की, डिग्री और पाठ्यक्रम की तय मानकों के आधार पर जांच करेगी। सूत्रों के अनुसार, आयोग का कहना है कि नए नियमों के बाद विदेशों में अध्ययन करने वाले छात्रों की डिग्रियों को जल्द मान्यता मिल सकेगी।
नई व्यवस्था के तहत यूजीसी की ओर से ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया जाएगा। इस पोर्टल पर विदेश से पढ़ाई करने वाले छात्रों को डिग्री, पाठ्यक्रम और विषयों के बारे में ब्योरा अपलोड करना होगा। समिति इसकी जांच करेगी।
यह सुधार दीर्घकालिक चुनौतियों का समाधान करेगा।
यह भारत को शिक्षा के वैश्विक केन्द्र में बदलने के राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्य के अनुरूप है।
यूजीसी के चेयरमैन जगदीश कुमार ने कहा है कि भारतीय संस्थानों को, अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करना है, तो हमें विदेशी डिग्रियों की, निष्पक्ष और समय पर, मान्यता सुनिश्चित करनी होगी।
-------------
