चीन ने अपने छठी पीढ़ी के दो लड़ाकू विमानों के परीक्षण की तस्वीरें और वीडियो सार्वजनिक कर दुनिया को चौंका दिया है।
हाल में चेंगदूमें पहली बार उड़ता दिखा, कथित स्टील्थ जेट 'जे-36' लड़ाकू विमान, तीन इंजनों और बिना पूंछ वाली डिजाइन में है। वहीं, 'जे-50' नाम के एक दूसरे प्रोटोटाइप को, उत्तरी चीन में देखा गया, जिसमें वी-आकार के पंख और दो इंजन थे। इनके फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, विशेषज्ञों का मानना है कि यह अमरीका के एनजीएडी प्रोग्राम के जवाब में चीन का शक्ति प्रदर्शन है।
दोनों जेट्स में डुअल-पायलट कॉकपिट, स्टील्थ तकनीक, और भविष्य में ड्रोन नियंत्रण की क्षमता की संभावनाएं हैं। हालांकि, इनके लैंडिंग गियर खुले और टेस्ट सेंसर लगे दिखे हैं, जो शुरुआती परीक्षणों की पुष्टि करता हैं।
एक शोध के अनुसार, चीन ने पिछले महीने बिना परमाणु सामग्री के हाइड्रोजन आधारित बम का सफल परीक्षण किया था। इस 2 किलोग्राम के बम ने 1,000 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान वाली आग उत्पन्न की थी, जो दो सेकंड तक लगातार जलती रही। यह पारंपरिक टीएनटी विस्फोटों से 15 गुना अधिक प्रभावशाली रहा। यह परीक्षण चीन स्टेट शिपबिल्डिंग कॉर्पोरेशन के 705 रिसर्च इंस्टीट्यूट ने किया था।
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