14 अप्रैल 2025 को हरियाणा के हिसार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट से अयोध्या के लिए पहली वाणिज्यिक उड़ान को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर उन्होंने एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन की भी आधारशिला रखी, जिसकी अनुमानित लागत ₹410 करोड़ रुपये है। इस टर्मिनल में आधुनिक यात्री सुविधाएं, कार्गो टर्मिनल और एटीसी भवन शामिल होंगे, और इसे दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस नई उड़ान सेवा के तहत हिसार से अयोध्या के लिए सप्ताह में दो बार विमान सेवाएं चलेंगी। इसके अलावा जम्मू, अहमदाबाद, जयपुर और चंडीगढ़ के लिए भी सप्ताह में तीन-तीन उड़ानें प्रस्तावित हैं। यह पहल न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती देगी, बल्कि आम जनता के लिए हवाई यात्रा को भी सुलभ बनाएगी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए संविधान का दुरुपयोग किया और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को दो बार लोकसभा चुनाव में हरवाया और उनकी सोच को दबाने की कोशिश की।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अब वक्फ कानून में बदलाव किया गया है जिससे अब आदिवासियों की जमीनें वक्फ बोर्ड के अधीन नहीं आ सकेंगी। यह कदम गरीबों और वंचितों के हक की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी था।
मोदी ने 2014 से पहले की सरकारों को घेरते हुए कहा कि तब देश में सिर्फ 74 हवाई अड्डे थे, जबकि आज यह संख्या 150 से ज्यादा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में करोड़ों आम नागरिकों ने पहली बार हवाई यात्रा की है – यह 'सबका साथ, सबका विकास' नीति की जीत है।
कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित राज्य सरकार के कई मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की और दोहराया कि उनकी सरकार सामाजिक न्याय और गरीबों के उत्थान के लिए पूरी तरह समर्पित है।
हिसार से अयोध्या की यह पहली उड़ान केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि क्षेत्रीय विकास के लिहाज़ से भी मील का पत्थर साबित होगी।