कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में रविवार रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने शहर की सूरत बदल दी है। 48 घंटों से जारी इस बारिश ने सड़कों को तालाब में तब्दील कर दिया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और गंभीर होने की आशंका है।
बारिश की तीव्रता और प्रभावित क्षेत्र
कर्नाटक राज्य आपदा निगरानी सेल के अनुसार, केंगेरी में 132 मिमी और उत्तरी बेंगलुरु के वडेराहल्ली में 131.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। शहर के अन्य कई इलाकों में भी 100 मिमी से अधिक बारिश हुई है। इस भारी बारिश ने सड़कों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न कर दी है, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जलभराव और यातायात की स्थिति
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों में बेंगलुरु की सड़कों पर जलभराव की स्थिति साफ देखी जा सकती है। कई इलाकों में पानी इतना भर गया है कि वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं और लोग पैदल चलने में भी मुश्किल महसूस कर रहे हैं। यातायात जाम की स्थिति ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन की ओर से कदम
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) के कर्मी सड़कों पर जल निकासी और गिरे हुए पेड़ों को हटाने में जुटे हैं। हालांकि, जलभराव की स्थिति को देखते हुए अधिकारियों को भी मुआयना करने के लिए ट्रैक्टर पर बैठकर जाना पड़ रहा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और घरों में ही रहें।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर लोग इस स्थिति को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई यूजर्स ने नगर प्रशासन और जल निकासी व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कुछ यूजर्स ने इसे 'कॉपी-पेस्ट बाढ़' की संज्ञा दी है, क्योंकि हर साल यही दृश्य देखने को मिलता है।
भविष्य की चेतावनी
IMD के निदेशक एन. पुवियारासु के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन और महाराष्ट्र से केरल तक फैली मौसमीय रेखा के कारण कर्नाटक में यह बारिश हो रही है। इसके प्रभाव से 22 मई तक शहर में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और एक-दो बार गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इसके बाद 23 और 24 मई को भी भारी बारिश की संभावना है।