बिहारवासियों के लिए 29 मई 2025 एक ऐतिहासिक दिन रहा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो महत्वपूर्ण हवाई यातायात परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया और बिहटा में नए सिविल एन्क्लेव एयरपोर्ट की आधारशिला रखी।
करीब ₹1,200 करोड़ की लागत से बना पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल 65,150 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है। यह एक समय में 3,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है और सालाना 1 करोड़ यात्रियों की सेवा कर सकता है। इस टर्मिनल की डिज़ाइन में बिहार की सांस्कृतिक विरासत, विशेष रूप से मिथिला कला की झलक देखने को मिलती है।
इस अत्याधुनिक टर्मिनल में 64 चेक-इन काउंटर, 16 सेल्फ चेक-इन कियोस्क, 6 कन्वेयर बेल्ट, और 6 एयरोब्रिज जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें मल्टी-लेवल पार्किंग, एलिवेटेड रोड, सोलर पैनल्स, और वर्षा जल संचयन जैसे ग्रीन बिल्डिंग फीचर्स भी जोड़े गए हैं।
बिहटा में प्रस्तावित नया सिविल एन्क्लेव एयरपोर्ट ₹1,410 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। इसका क्षेत्रफल 68,000 वर्ग मीटर होगा और यह भी एक समय में 3,000 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा। इस एयरपोर्ट को 2027 तक पूरी तरह तैयार कर लेने का लक्ष्य है। इसमें भी अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे 64 चेक-इन काउंटर, 6 एयरोब्रिज, और 10 विमान पार्किंग स्टैंड शामिल होंगे। साथ ही एलिवेटेड रोड और यूटिलिटी कॉरिडोर का भी निर्माण किया जाएगा।
पटना और बिहटा को जोड़ने वाली 21 किलोमीटर लंबी डानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य भी तेज़ी से चल रहा है। यह पूर्वी भारत की सबसे लंबी एलिवेटेड रोड होगी, जिसमें 600 मीटर लंबी एक सुरंग भी होगी जो सीधे बिहटा एयरपोर्ट से जुड़ेगी।
इन परियोजनाओं के माध्यम से बिहार न केवल अपनी हवाई सेवाओं को बेहतर बना रहा है, बल्कि यह राज्य के आर्थिक विकास, पर्यटन, और रोजगार के अवसरों को भी एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा। यह कदम बिहार को आधुनिक भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में मदद करेगा और राज्य की पहचान को वैश्विक मंच पर मजबूत करेगा।
