शनिवार तड़के पाकिस्तान ने भारत की राजधानी दिल्ली को निशाना बनाते हुए लंबी दूरी की फतह-II बैलिस्टिक मिसाइल दागी। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने तत्परता दिखाते हुए इस मिसाइल को हरियाणा के सिरसा में सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर निष्क्रिय कर दिया। हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस हमले की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है।
इस हमले के बाद भारत के सभी प्रमुख शहरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पाकिस्तान ने इस हमले को 'ऑपरेशन बुनियान उल मर्सूस' का हिस्सा बताया है, जो भारत द्वारा किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के जवाब में शुरू किया गया।
इससे पहले शुक्रवार रात को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ड्रोन हमले किए। इन हमलों का उद्देश्य भारतीय सैन्य ठिकानों, हवाई अड्डों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाना था। भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सभी हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया। हालांकि, पंजाब के फिरोजपुर में एक रिहायशी इलाके में ड्रोन हमले में एक ही परिवार के कुछ सदस्य घायल हो गए।
शनिवार रात को भारत ने रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस, पंजाब के शोरकोट में रफीकी एयरबेस और चकवाल के मुरिद एयरबेस को निशाना बनाकर जवाबी हमला किया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में पाकिस्तान की वायुसेना को भारी क्षति पहुंची है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और उस पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा एवं नियंत्रण रेखा के पास 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए, जिनमें संदिग्ध हथियार वाले ड्रोन शामिल हैं। इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज एवं लक्खी नाला शामिल हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर दोनों देशों के बीच कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता है ताकि क्षेत्रीय स्थिरता बनी रहे और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।