छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के घने जंगलों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में कम से कम 27 नक्सली मारे गए हैं। मारे गए नक्सलियों में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के महासचिव और शीर्ष कमांडर नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजु भी शामिल हैं, जिन पर ₹1 करोड़ का इनाम घोषित था।
यह कार्रवाई डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) की टीमों द्वारा की गई, जिसमें नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव जिलों के जवान शामिल थे। मुठभेड़ के दौरान एक DRG जवान शहीद हो गया और एक अन्य घायल हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सफलता पर सुरक्षा बलों की सराहना करते हुए इसे "उल्लेखनीय सफलता" बताया, वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने इसे नक्सलवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में "ऐतिहासिक उपलब्धि" करार दिया।
इस वर्ष छत्तीसगढ़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या 200 तक पहुंच गई है, जिसमें से 183 बस्तर क्षेत्र में मारे गए हैं। पिछले वर्ष यह संख्या 219 थी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सरकार की माओवादियों से बार-बार आत्मसमर्पण की अपील के बावजूद, वे हिंसा का रास्ता अपना रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम शुरुआत से ही उनसे आत्मसमर्पण की अपील कर रहे हैं... इसे बार-बार दोहराने की आवश्यकता नहीं है।"
यह मुठभेड़ केंद्र सरकार द्वारा मार्च 2026 तक देश से वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के लक्ष्य के तहत की जा रही कार्रवाईयों का हिस्सा है।
इस ऑपरेशन को नक्सल आंदोलन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि बसवराजु की मौत के साथ संगठन नेतृत्वविहीन हो गया है।
सुरक्षा बलों द्वारा बरामद किए गए हथियारों और अन्य सामग्री की जांच जारी है, और क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन अभी भी चल रहा है।