भारत द्वारा पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को निलंबित करने के बाद पाकिस्तान में जल संकट गहरा गया है। इस संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान ने चीन से मदद मांगी है, और चीन ने पाकिस्तान में बांध निर्माण परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्णय लिया है।
चीन की मदद से पाकिस्तान में बांध निर्माण
चीन ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बनाए जा रहे मोहम्मद डेम और दासू डेम जैसी परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्णय लिया है। इन परियोजनाओं से पाकिस्तान को जल आपूर्ति और बिजली उत्पादन में मदद मिलेगी। मोहम्मद डेम की क्षमता 800 मेगावाट और दासू डेम की क्षमता 4320 मेगावाट है।
भारत का कदम और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
भारत ने 23 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले के बाद सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया था। इसके बाद भारत ने चिनाब नदी पर स्थित बगलिहार डेम का पानी रोक दिया, जिससे पाकिस्तान में जल संकट उत्पन्न हो गया। पाकिस्तान ने इस कदम को युद्ध जैसा माना और चीन से मदद की अपील की।
चीन की कूटनीतिक भूमिका
चीन ने पाकिस्तान की मदद के लिए बांध निर्माण परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्णय लिया है। इससे चीन और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संबंधों में मजबूती आएगी और पाकिस्तान को जल संकट से निपटने में सहायता मिलेगी।
भारत द्वारा सिंधु जल समझौते के निलंबन के बाद पाकिस्तान में जल संकट गहरा गया है। इस संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान ने चीन से मदद मांगी है, और चीन ने बांध निर्माण परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्णय लिया है। इससे पाकिस्तान को जल आपूर्ति और बिजली उत्पादन में मदद मिलेगी, और चीन और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संबंधों में मजबूती आएगी।