पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में अब वर्षों से असंतुलित डायबिटीज सर्जरी से ठीक होगा। अभी तक संस्थान के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग की ओर से किये जा रहे मोटापे की बेरियाट्रिक सर्जरी में इस बीमारी को कुछ कम करने में सफलता मिली है, लेकिन अब पतले मरीजों की भी सर्जरी हो सकेगा।
सूत्रों के अनुसार, ट्रायल में कुछ मरीजों में यह सर्जरी पूरी तरह सफल रही है। इस सर्जरी को मेटाब्लोम सर्जरी कहते हैं, जिसे अब संस्थान में नियमित रूप से इस्तेमाल किया जायेगा।
इस तकनीक का इस्तेमाल दिल्ली में एम्स, लखनऊ में एसजीपीजीआइ और पीजीआई चंडीगढ़ अस्पताल में किया जा रहा है।
संस्थान के विशेषज्ञों के अनुसार, अभी तक 35 से अधिक बीएमआइ (बॉडी मास इंडेक्स) पर बेरियाट्रिक सर्जरी करते थे, लेकिन इस तकनीक से सर्जरी के जरिये कुछ बीमारियों पर काबू पाया गया है। मरीजों की डायबिटीज नियंत्रित रहने लगी है।
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