भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को घोषित सीजफायर के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मनोज तिवारी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर स्पष्ट किया कि यह अभियान पाकिस्तान के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ था।
तिवारी ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर हमने पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बल्कि आतंकवादियों के खिलाफ किया था और आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलता रहेगा।"
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय सेना ने इस अभियान में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि नागरिकों या धार्मिक स्थलों को। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा फैलाए गए उन दावों को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि भारत ने मस्जिदों को निशाना बनाया।
तिवारी ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। इसके बाद पाकिस्तान की तरफ से जहां से अटैक किया गया, भारतीय सेना ने वहीं हमला किया। हमने नागरिकों को निशाना नहीं बनाया। पाकिस्तान ने झूठी खबरें फैलाईं कि हमने मस्जिदों को निशाना बनाया, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया।"
सीजफायर पर प्रतिक्रिया देते हुए तिवारी ने कहा, "हम युद्ध नहीं चाहते। भारत दुनिया में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हम सबसे ऊपर पहुंचने के लिए अग्रसर हैं। हम तो शांति चाहते हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने सीजफायर को स्वीकार किया है, लेकिन पिछले अनुभवों को देखते हुए पाकिस्तान पर विश्वास करना मुश्किल है। उन्होंने कहा, "सीजफायर को भारत ने माना लेकिन साथ में ये भी कहा कि हम अगले कुछ घंटे इंतजार करेंगे, क्योंकि दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है। पाकिस्तान के साथ जो पिछले अनुभव रहे, उसको देखते हुए उस पर विश्वास करना मुश्किल है।"
तिवारी ने भारतीय सेना के पराक्रम की सराहना करते हुए कहा कि जब पाकिस्तान ने नागरिक विमानों के उड़ान के दौरान हमला करने की कोशिश की, तब भी भारतीय सेना ने संयम बरता और नागरिक विमानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।
'ऑपरेशन सिंदूर' की शुरुआत 7 मई को हुई थी, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में नौ स्थानों पर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। इस अभियान में 70 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की सूचना है।
भारत और पाकिस्तान के बीच यह सीजफायर अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ था, लेकिन इसके कुछ ही घंटे बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे पर सीजफायर के उल्लंघन का आरोप लगाया। भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों को समर्थन देने का आरोप लगाया, जबकि पाकिस्तान ने भारत पर आक्रामकता का आरोप लगाया।
इस स्थिति में, 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर मनोज तिवारी का बयान भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति और शांति की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।