23 मई 2025 को, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर तीखा हमला बोला, इसे "पूरी तरह विफल" करार दिया। उन्होंने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के संदर्भ में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से तीन महत्वपूर्ण सवाल पूछे, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई।
राहुल गांधी के सवाल
राहुल गांधी ने विशेष रूप से तीन मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा:
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ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति: उन्होंने पूछा कि इस सैन्य अभियान की योजना और क्रियान्वयन में क्या खामियां थीं, जिससे भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि पर असर पड़ा।
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पाकिस्तान के साथ संबंध: पड़ोसी देश के साथ बढ़ते तनाव को लेकर उन्होंने सरकार की कूटनीतिक रणनीति पर सवाल उठाया।
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वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति: राहुल गांधी ने यह जानना चाहा कि भारत की विदेश नीति में ऐसी कौन-सी कमियां हैं, जिससे देश की वैश्विक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है।
सरकार की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के इन आरोपों के जवाब में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें "गैर-जिम्मेदाराना" और "राजनीतिक लाभ के लिए राष्ट्रहित से खिलवाड़" करने वाला करार दिया। भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा कि सरकार की विदेश नीति मजबूत और स्पष्ट है, और राहुल गांधी के आरोप निराधार हैं।
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब भारत की विदेश नीति और कूटनीतिक रणनीतियों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा हो रही है। राहुल गांधी के सवालों ने इस बहस को और तेज कर दिया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विपक्ष सरकार की विदेश नीति को एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि भारत की विदेश नीति पर राजनीतिक दलों के बीच मतभेद गहरे होते जा रहे हैं, और आने वाले समय में यह मुद्दा और भी गरमाएगा।
