रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने एक बार फिर दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में रूस ने पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में स्थित स्टाराया निकोलायेवका गांव पर कब्जा कर लिया है और इस दौरान लगभग 1,475 यूक्रेनी सैनिकों को मार गिराया है।
डोनबास में बढ़ती रूसी पकड़
डोनबास, जो डोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्रों को मिलाकर बना है, लंबे समय से इस संघर्ष का केंद्र रहा है। रूसी अधिकारियों का दावा है कि स्टाराया निकोलायेवका के अधिकांश निवासी जातीय रूप से रूसी मूल के हैं, और स्थानीय मिलिशिया समूहों ने रूसी सेना के साथ मिलकर यूक्रेनी बलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। क्रेमलिन ने दो साल पहले इस क्षेत्र को एक स्वतंत्र गणराज्य घोषित किया था।
बढ़ते हमले और रणनीतिक बढ़त
पिछले कुछ हफ्तों से रूसी सेना ने यूक्रेनी बलों पर अपने हमले तेज कर दिए हैं, जिसमें ड्रोन और मिसाइल हमले भी शामिल हैं। स्टाराया निकोलायेवका पर कब्जा करने के बाद, माना जा रहा है कि रूस डोनेत्स्क के बड़े हिस्से पर नियंत्रण प्राप्त कर चुका है। सैन्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह जीत रूस को बाखमुट जैसे महत्वपूर्ण शहरों की ओर बढ़ने में मदद कर सकती है।
मानवीय संकट और वैश्विक प्रतिक्रिया
इस संघर्ष ने न केवल सैनिकों की जान ली है, बल्कि आम नागरिकों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। यूक्रेन के विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन हमलों के कारण कई नागरिकों की मौत हुई है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। इस मानवीय संकट ने वैश्विक समुदाय को चिंतित कर दिया है, और कई देशों ने दोनों पक्षों से शांति वार्ता की अपील की है।
रूस और यूक्रेन के बीच यह संघर्ष अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। स्टाराया निकोलायेवका पर कब्जा और भारी संख्या में यूक्रेनी सैनिकों की मौत ने इस युद्ध की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। जब तक दोनों पक्षों के बीच सार्थक वार्ता नहीं होती, तब तक इस संघर्ष का अंत होता नहीं दिख रहा है।