शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को तख्त श्री पटना साहिब की प्रबंधन समिति ने 10 दिनों के भीतर तख्त पर पेश होने का आदेश दिया है। यह आदेश उन्हें सिख धार्मिक मर्यादाओं के उल्लंघन के आरोपों के संबंध में दिया गया है।
तनखैया घोषित किए गए बादल
सुखबीर सिंह बादल को पहले ही अकाल तख्त द्वारा "तनखैया" घोषित किया जा चुका है, जिसका अर्थ है कि उन्होंने सिख धर्म की मर्यादाओं का उल्लंघन किया है और उन्हें धार्मिक सजा का सामना करना होगा。 इससे पहले, उन्होंने अमृतसर स्थित श्री अकाल तख्त साहिब में पेश होकर माफी मांगी थी और सिख धर्म के अनुसार सजा स्वीकार करने की इच्छा जताई थी。
पटना साहिब में पेशी का आदेश
अब, तख्त श्री पटना साहिब की प्रबंधन समिति ने उन्हें 10 दिनों के भीतर तख्त पर पेश होने का आदेश दिया है, ताकि उनके खिलाफ आरोपों की सुनवाई की जा सके और उचित धार्मिक कार्रवाई की जा सके。 यह आदेश सिख धर्म की मर्यादाओं की रक्षा और अनुशासन बनाए रखने के उद्देश्य से दिया गया है。
सुखबीर सिंह बादल की प्रतिक्रिया
सुखबीर सिंह बादल ने पहले ही अकाल तख्त में पेश होकर माफी मांगी थी और सिख धर्म के अनुसार सजा स्वीकार करने की इच्छा जताई थी। अब, उन्हें पटना साहिब में भी पेश होकर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी।
सिख समुदाय की प्रतिक्रिया
सिख समुदाय में इस मामले को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखी जा रही हैं। कुछ लोग इसे धार्मिक अनुशासन की पुनः स्थापना के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देख रहे हैं।
यह मामला सिख धर्म में धार्मिक मर्यादाओं और अनुशासन की महत्ता को रेखांकित करता है। सुखबीर सिंह बादल की पटना साहिब में पेशी के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी